जयपुर (अभय इंडिया न्यूज)। प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनावों में भाजपा के रोकने के लिए कांग्रेस और बहुजन समाज पार्टी के बीच कुछ सीटों को लेकर गठबंधन हो सकता है। दोनों ही पार्टियां साथ मिलकर करीब 20 सीटों पर भाजपा को पटखनी दे सकती है।
बताया जाता है कि हाल में दिल्ली में हुई वर्किंग कमेटी की बैठक में भी इस बात पर लंबी चर्चा हुई। बहुजन समाज पार्टी प्रदेश में तीसरे नम्बर की पार्टी है और उसका मुख्य वोट बैंक दलित समुदाय है। ऐसे में माना जा रहा है कि राजस्थान में लगभग 20 सीटों पर कांग्रेस बहुजन समाज पार्टी से गठबंधन कर सकती है।
राष्ट्रीय राजनीति के तौर पर इस गठबंधन को मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में भी लागू किए जाने की संभावना है। इस गठबंधन का राजस्थान में व्यापक असर पड़ सकता है और कांग्रेस को दलित वोट बैंक का फायदा लगभग सभी सीटों पर होने की संभावना भी व्यक्त की जा रही है।
बसपा सूत्रों के मुताबिक पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने पार्टी नेताओं को गठबंधन के विषय पर चर्चा करने के लिए सोमवार को दिल्ली बुलाया। बैठक में आगे की रणनीति पर विचार होगा। यदि गठबंधन होगा तो तीनों राज्यों में होगा, नहीं तो बसपा अपनी ताकत से चुनाव लड़ेगी। बसपा का राजस्थान में मुख्य रूप से उत्तरप्रदेश से लगते हुए जिलों में अधिक प्रभाव है।
बसपा के राजस्थान में वर्ष 2003 में दो, 2008 में छह और 2013 में तीन विधायक चुने गए थे। इस बार बहुजन समाज पार्टी प्रदेश में अपना दायरा बढ़ाने के लिए जी-तोड़ कोशिशों में जुटी हुई है। पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती प्रदेश के दलित नेताओं के निरंतर संपर्क में है तथा चुनावों के मद्देनजर समीकरण बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ रही।