बीकानेर (अभय इंडिया न्यूज़)। नगर की बेटियों ने स्टेट स्कूल टेबल टेनिस टूर्नामेंट में 22 साल बाद एक बार फिर स्वर्णिम इतिहास रच दिया है । जोधपुर के गौशाला स्टेडियम में आयोजित 63 वीं स्टेट स्कूल टेबल टेनिस टूर्नामेंट में बीकानेर की उभरती हुई टेबल टेनिस खिलाड़ी नेहल सकसेना के व्यक्तिगत स्पर्धा में गोल्ड मेडल जीतकर आने पर जगह जगह अभूतपूर्व स्वागत किया गया।
टूर्नामेंट की टीम स्पर्धा में भी बीकानेर की लड़कियों की टीम ने भी 22 साल बाद स्वर्णिम सफलता दिलवाई है, जबकि लड़कों की टीम ने रजत पदक जीता। यह शानदार सफलता अर्जित करने के बाद बीकानेर टीम के स्वागत का सिलसिला जोधपुर से शुरू हुआ जो देशनोक, गंगाशहर होते हुए बीकानेर आकर थमा। बीकानेर की छात्राओं की टीम में नेहल सकसेना, गुंजन बीठु, पलक शेखावत, भव्या चौहान और सुहानी बाँठिया शामिल थे जबकि छात्रों की टीम में पार्थ बीठु, प्रियांश भाटी, सिद्धार्थ सिंह गौड़, हर्षवर्धन, चैतन्य जिंदल शामिल हैं।
बीकानेर टीम का विंग्स टेबल टेनिस अकेडमी प्रांगण में भव्य स्वागत किया गया। इस अवसर पर कोच ललित बीठु, दिनेश तनेजा, अशोक सिंह, विश्वजीत सिंह, सुनील शर्मा, गौरव गिल, राजकुमार चौहान, शरद चौहान, महेंद्र सिंह, चैन सिंह भाटी, भवानी शंकर, त्रिनेत्र शर्मा, श्वेता बाँठिया, मंगल चंद रंगा, विजय सिंह भाटी, तपन मीना आदि ने खिलाड़ियों का गर्मजोशी से स्वागत किया।
इससे पहले देशनोक में विजेता टीम का गोपाल दान, घनश्याम दान, भँवरदान, धीरज दान आदि ने माल्यार्पण कर स्वागत किया। इसी तरह गंगाशहर में पार्षद रमेश भाटी, सुभाष तंवर, तरुण गहलोत, अशोक चोरडिया, मनोज गहलोत, गणेश भाटी, वर्धमान क्लब की ओर से भी टीम का भव्य अभिनंदन किया गया।
दो साल की मेहनत, और जीत लिया सोना
बीकानेर की झोली में गोल्ड मेडल डालने वाली नेहल सकसेना ने पिछले दो वर्षों से इस जज़्बे के साथ प्रैक्टिस की कि मुझे बीकानेर को टेबल टेनिस में गोल्ड मेडल दिलवाना है आख़िरकार कड़ी मेहनत के ज़रिए लक्ष्य पूरा भी कर लिया।
प्रखर लेखनी के धनी श्री शेखर सकसेना की पौत्री नेहल ने अभय इंडिया को बताया कि मुझे पता चला था कि पिछले लगभग दो दशक से स्कूल टेबल टेनिस टूर्नामेंट में बीकानेर को कोई स्वर्णिम सफलता नहीं मिली है, ऐसे में मैंने ठान लिया कि कड़ी मेहनत करके बीकानेर को गोल्ड जिताना है। कोच ललित बीठु से प्रशिक्षित नेहल ने व्यक्तिगत स्पर्धा के फ़ाइनल में जोधपुर की सुनिधि को कड़ी टक्कर देते हुए हराया था।