Sunday, November 24, 2024
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बीकानेर : शिक्षक होता है समाज का दर्पण, सम्मान समारोह में बोले वक्ता…

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बीकानेर Abhayindia.com शिक्षक दिवस पर रविवार को सम्मान समारोह आयोजित किए गए। इस दौरान शिक्षकों को सम्मानित किया गया। उरमूल सीमांत समिति बज्जु की ओर से राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय सूरसागर में समारोह आयोजित किया गया। इस मौके पर अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी सुनील बोड़ा ने कहा कि शिक्षक समाज का दर्पण होता है,शिक्षक को देखने से उसके संस्कार के आचार विचार से पता चलता है कि विद्यालय कैसा है, छात्र शिक्षकों का मूल्यांकन करता है। वह अपने घर परिवार में बताता है वर्तमान दौर में छात्रों को सह शैक्षिक गतिविधियां से जोडऩा चाहिए।

एडीईओ अशोक सोलंकी ने कहा कि शिक्षक का दायित्व छात्र का सर्वांगीण विकास करना होता है समाज में शिक्षक की भूमिका हमेशा सर्वोपरि रही है। शिक्षक आदर्श रहा है। मोहन लाल जीनगर ने कहा की उर्मूल सीमांत समिति ने बज्जू बॉर्डर इलाके में पिछड़े हुए परिवारों के बच्चों को समाज की मुख्यधारा में जोडऩे का कार्य किया है। समिति शिक्षण सामग्री वितरण करते हुए बच्चों को समाज की मुख्यधारा से जोडऩे का काम कर रही है मोडाराम कड़ेला ने कहा कि एक शिक्षक आजीवन विद्यार्थी रहता है, हमेशा सीखता और अपने बच्चों को सिखाता रहता है,शिक्षक और छात्र के बीच सिर्फ किताबों के पन्नों का संबंध नहीं है उनके जीवन का संबंध है।

कार्यक्रम में शिव शंकर चौधरी, सार्दुल स्पोर्ट्स स्कूल के प्रधानाचार्य मोहनलाल जीनगर,रोहिताश कांटिया आदि अतिथि के रूप में शामिल हुए। वहीं
समारोह में रोहितास कांटिया,भवानी शंकर बाणिया,चेतराम बालान,गुमाना राम इणखिया, साजिद अहमद मुकेश सेवलिया, दीनदयाल जनागल रामकुमार बामणिया,पार्वती सांखला,सरस्वती चौहान एवं मेहबूब अली पंवार सहित कई शिक्षकों को उत्कृष्ट सेवा के लिए समिति सम्मानित किय गया। संचलान दीनदयाल जनागल ने किया। उरमूल सीमांत समिति के सचिव सुनील कुमार लहरी ने आभार जताया। कार्यक्रम में रामेश्वर रैगर, जीवनप्रकाश मेघवाल, साजिद भाटी, अजित बेनीवाल, राजेश सांखला की भागीदारी रही।

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