






बीकानेर Abhayindia.com ‘किसानों के सम्मान में सेवादल मैदान…सरीखे नारों के साथ रविवार को सेवादल के कार्यकर्ता और पदाधिकारी कलेक्ट्रेट के सामने चल रहे किसानों के धरने में पहुंचे। सेवादल के पदाधिकारियों ने कहा कि किसान बीते २५० दिनों से धरना दे रहे हैं, लेकिन केन्द्र सरकार ने असंवेदनशील रवैया अपना रखा है। इस दौरान संघर्ष के संकल्प के बीच किसान मोर्चा व सेवादल संगठन ने आंदोलन की रणनीति को लेकर विचार-विमर्श किया।
सेवादल के प्रदेश अध्यक्ष हेमसिंह शेखावत के निर्देशानुसार पहुंची महिला सेवादल की प्रदेश अध्यक्ष द्रोपदी कोली ने कहा कि सेवादल का आंदोलनों का स्वर्णिम इतिहास रहा है। जनता की प्रत्येक जायज ंमांग व हक की लड़ाई में सेवादल सदैव जनता के साथ रहा है। उपाध्यक्ष कमल कल्ला ने कहा कि वे आंदोलन किसानों खेत, खलिहान, मण्डियों या गंवों का नहीं है। इसके अंतिम प्रभावित भारत की शहरी जनता ही है जो उपभोक्ता के रूप में कृषि पदार्थों क उपभोग करती है।
इससे प्रभावित भारत की वो गरीब जनता भी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने हरित क्रांति, श्वेत क्रांति, नरेगा सरीखी जन उपयोगी निर्णय किए थे, यह जनता के स्वाभिमान की रक्षा के लिए यह निर्णय हुए थे। आज आम जनता के लिए आजादी की दूसरी लड़ाई लडऩी होगी। धरने को संयुक्त किसान मोर्चा के नेता शिवदानाराम मेघवाल, महेन्द्र भादू, शिव गोपाल बिश्नोई, काशीराम मेघवाल सहित किसान नेताओं ने संबोधित किया। इस मौके पर साजिद सुलेमानी, कामगार कांग्रेस के जाकिर नागौरी, अधिवक्ता असलम भाई, मोहम्मद शमसाद, रतना महाराज, राजेश दुजारी, राजा काका सहित सदस्य शामिल हुए।



