बीकानेर abhayindia.comस्वतंत्रता सेनानी मूलचंद पारीक की 14वीं पुण्यतिथि पर बुधवार को जस्सूसर गेट के अंदर स्थित प्रतिमा स्थल पर श्रद्धांजलि आयोजित की गई।
इस दौरान शिक्षा मंत्री डॉ. बी.डी. कल्ला ने कहा कि मूलचंद पारीक सादा जीवन उच्च विचार के प्रतीक थे। उन्होंने प्रजामंडल से जुड़कर देश के स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण योगदान दिया और देश को तिहरी गुलामी से मुक्त कराया। वे खादी और सहकारिता आंदोलन से जुड़े रहे व हाथ से काम करने वालों को रोजगार प्रदान कर संबल दिया। उन्होंने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव के दौरान मूलचंद पारीक जैसे स्वतंत्रता सेनानियों के आदर्शों से प्रेरणा लेते हुए उनका अनुसरण करना चाहिए।
पूर्व मंत्री देवी सिंह भाटी ने कहा कि मूलचंद पारीक जैसे स्वतंत्रता सेनानी पूरे समाज की धरोहर हैं। ऐसे महापुरुषों की स्मृतियों को अक्षुण्ण बनाए रखना हमारा सामूहिक दायित्व है। उन्होंने कहा कि देश हित के लिए अपना समूचा जीवन लगा देना सबसे महत्वपूर्ण होता है।
डॉ. भीमराव अंबेडकर फाउंडेशन (अंबेडकर पीठ) के महानिदेशक मदन गोपाल मेघवाल ने कहा कि देश को आजादी दिलाने में कई देश भक्तों ने अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दिया। असंख्य देशभक्तों की इस योगदान को आने वाली पीढयि़ां याद रखेगी। मूलचंद पारीक भी ऐसे स्वतंत्रता सेनानी थे, जिन्होंने देश हित को सर्वोपरि माना।
महापौर सुशीला कंवर राजपुरोहित ने कहा कि निगम की ओर से इन स्वतंत्रता सेनानियों के नाम से मार्गों का नामकरण किया गया है। युवा पीढ़ी इसकी अहमियत समझे, यह जरूरी है।
नगर विकास न्यास के पूर्व अध्यक्ष हाजी मकसूद अहमद ने कहा कि पारीक एक जनसेवक के रूप में बीकानेर के हितों के लिए प्रयासरत रहे। उन्होंने पीड़ित वर्ग को समाज की मुख्यधारा में जोडऩे का काम किया।
स्वतंत्रता सेनानी मूलचंद पारीक स्मृति संस्थान के अध्यक्ष नित्यानंद पारीक ने स्वतंत्रता सेनानी मूलचंद पारीक के व्यक्तित्व एवं कृतित्व से जुड़े विभिन्न पहलुओं की जानकारी दी। कार्यक्रम प्रभारी डॉ. मिर्जा हैदर बेग ने पारीक चौक स्थित सरकारी विद्यालय का नामकरण मूलचंद पारीक के नाम से करने की मांग रखी और आगंतुकों का आभार जताया।
इस दौरान कन्हैया लाल कल्ला, देवकिशन चांडक, जुगल राठी, प्रादेशिक परिवहन अधिकारी नेमीचंद पारीक, भंवर लाल व्यास, हीरालाल किराडू बतौर अतिथि मौजूद रहे। इससे पहले शिक्षा मंत्री डॉ कल्ला सहित सभी अतिथियों ने मूलचंद पारीक की प्रतिमा के सामने पुष्पांजलि अर्पित की।
कार्यक्रम में वल्लभ कोचर, हेमंत किराडू, मालचंद कस्वां, ओम प्रकाश राठी, कमल रंगा, डॉ. फारुख, नरसिंह दास व्यास, भंवरलाल साद, गिरिराज पारीक, महेंद्र कुमार जोशी, रुपाराम चौधरी, धनसुख आचार्य, श्रवण रामावत, हंसराज, बिशनाराम गोदारा, राकेश पारीक, शिव कुमार, संतोष व्यास, सुमित कोचर सहित शहर के अनेक गणमान्य लोग मौजूद रहे।