बीकानेर abhayindia.com नगर विकास न्यास (यूआईटी) को तंगहाली से उबारने के लिए प्रशासन ने अब अपनी जमीन संभालने की कवायद में जुट गया है। शहर के न्यास क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली विभिन कॉलोनियों में अरबों रुपए की जमीन पर अतिक्रमण हो रखे हैं। न्यास प्रशासन जल्द ही ऐसे अतिक्रमण हटाकर जमीनें नीलाम करके आय जुटाएगा।
न्यास सचिव मेघराज सिंह मीना ने अभय इंडिया को बताया कि न्यास क्षेत्र में हुए अतिक्रमणों को चिन्हित करने का काम चल रहा है। जल्द ही टीम गठित करके उन्हें हटाने की कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद प्लान बनाकर जमीनें बेचने की कवायद शुरू कर दी जाएगी। इससे आने वाली राशि से यूआईटी को तंगहाली से उबारा जा सकेगा।
न्यास सचिव ने बताया कि हाल ही में भूखंड नीलामी से हुई आय से करीब दस करोड रुपए की देनदारियां चुकता कर दी गई है। न्यास कार्यालय में एनओसी, नामांतरण जैसे कार्यों में न्यास कर्मियों की ओर से बरती जाने वाली लापरवाहियों के चलते हो रही लेटलतीफी के सवाल पर न्यास सचिव ने बताया कि अब इन कामों को तय समय में कराने के लिए पूरी मॉनिटरिंग कराई जा रही है। कार्यालय में कर्मचारियों को दिन में दो बार हाजिरी लगाने के लिए भी पाबंद किया गया है। विधि अधिकारी नहीं होने से नामांतरण के कार्यों में हो रही देरी की समस्या दूर करने के लिए भी जल्द ही व्यवस्था की जा रही है।
आपको बता दें कि न्यास की जेएनवी कॉलोनी, सार्दुलगंज, अशोक नगर, स्वर्ण जयंती योजना, व्यापार नगर योजना, मुरलीधर व्यास कॉलोनी आदि क्षेत्रों में करोडों रुपए की जमीनों पर अतिक्रमण हो रखे हैं। हालांकि इन जमीनों के सर्वे का काम पूर्व में भी कई बार हो चुका है, लेकिन इच्छाशक्ति के अभाव में इन्हें हटाने का काम नहीं हो रहा। अब आर्थिक संकट में घिरे न्यास को उबारने के लिए प्रशासन को अपनी जमीन को याद करने के अलावा कोई और रास्ता नजर नहीं आ रहा है।
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