Friday, January 31, 2025
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नक्षत्र : न्याय के देवता शनि की वक्र चाल, प्राकृतिक प्रकोप की रहेगी लहर…

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बीकानेर Abhayindia.com न्याय के देवता शनि 23 मई को दोपहर 2:50 बजे से 11 अक्टूबर सुबह 7:48 बजे तक अपनी वक्र चाल से कुल 141 दिन तक विचरण करेगे।

शनि मंगल का षडाष्टक योग चल रहा है। 2 जून से 20 जुलाई तक मंगल कर्क राशि में रहेगा। तब मंगल शनि का समसप्तक योग बनेगा। मंगल नीच का शनि नक्षत्र का होगा।

6 अप्रेल से 6 सितम्बर के बीच के ग्रहयोगनुसार पूरे विश्व में अकल्पनीय राजनीतिक घटनाक्रम घटित होंगे। परस्पर युद्ध और सत्ता परिवर्तन होगे।

वैश्वक अर्थव्यवस्था पर विपरीत असर पड़ेगा। विश्व की बड़ी-बड़ी कम्पनियां दिवालिया घोषित होगी। सामाजिक और धर्मिक उन्माद का योग है। न्यायालय के ऐतिहासिक फैसले होंगे। बाजार में मामुली मंदी का योग हैं।

प्राकृतिक प्रकोप के कारण अवांछित वर्षा,भुकम्प,भूस्खलन,ज्वालामुखी फटने,ग्लेशियर पिघलने,बर्फीले तूफान ओर आगजनी की घटनाओं से आमजन को परेशानी होगी। वहीं शासन प्रशासन के लिए समय चुनौती भरा रहेगा। राजनीतिक हस्तियों की क्षति का योग पूरे विश्व में अराजकता की सुनामी आएगी।

विविध रूप में फैलेगा कोरोना…

कोरोना संक्रमण अपने विविध रूप में फैलेगा। यह छद्म रूप से आक्रमण करेगा जिससे विश्व में कई तरह की चुनौतियां खड़ी होगी। इस पर काबू पाने के लिए निर्मित वैक्सीन की सार्थकता को लेकर विश्व के वैज्ञानिकों में निरन्तर मतभेद बना रहेगा। इसके वितरण को लेकर भी सभी देशों में खींचतान चलती रहेंगी

जिनकी राशि से ढैया औऱ साढ़े सत्ती चल रही है, उनको सावधानी से कार्य करना चाहिए। उन्हें शारीरिक , मानसिक और आर्थिक नुकसान का योग बन रहा हैं।

किसी राशि पर क्या रहेगा प्रभाव…

मेष-राजपक्ष से लाभ, धन प्राप्ति में रुकावट,पिता को लाभ शुभ और अशुभ दोनो फल मिलेंगे,यात्रा योग प्रबल खर्च भी होगा।

वृष-राजयोग प्रबल,धन लाभ,सन्तान की उन्नति, घर में मंगल कार्य होंगे यश मिलेगा।

मिथुन-शनि का ढैय्या ओर लोहे का पाया है, इसलिए शारीरिक पीड़ा, परिवार में आकस्मिक दुर्घटनाओं का योग,आर्थिक नुकसान होगा, यात्रा योग प्रबल।

कर्क-यश अपयश का योग ,अनायास धन लाभ, घर में आकस्मिक दुर्घटनाओं का योग, स्त्री पक्ष की चिंता,खर्च अधिक।

सिंह-धन लाभ,रोग शत्रुओं का जोर, मुकदमेबाजी में विजय, ससुराल पक्ष की चिंता, सन्तान की उन्नति, माता को कष्ट।

कन्या-आर्थिक उठापटक रहेगी,व्यवसाय की चिंता,पिता को लाभ,किसी मुकदमे में हार मिलेगी,यात्रा योग ,स्वास्थ्य पीड़ा होगी ।

तुला- शनि की ढैय्या व लोहे का पाया है, इसलिए मानसिक,शारीरिक पीड़ा का योग,धन हानि,बेकार के विवाद से परेशानी,मांगलिक कार्यों में बाधाएं, परिवार में अशान्ति,प्रबल कर्ज योग है।

वृश्चिक-जमीन,सवारी का लाभ, स्थान परिवर्तन का योग,मानसिक तनाव,धन लाभ,पारिवारिक समस्याएं होगी।

धन-शनि की साढ़े साती चांदी के पाए में चालू होगी सो धन प्राप्ति कठिनता से होगा,पारिवारिक समस्याओं का निदान निकलेगा ,स्वास्थ्य पीड़ा,यात्रा में नुकसान।

मकर-शनि की साढ़े सती सोने के पाए में चालू होगी स्वास्थ्य पीड़ा, आय के साधन बनेंगे, सन्तान की उन्नति,अनावश्यक खर्च यह समय शुभ-अशुभ दोनों फल देगा।

कुम्भ-शनि की साढ़े सती लोह के पाए में है परिवार में दुर्घनाओं का योग,खर्च अधिक,कार्य क्षेत्र में मुश्किलें होगी, घर वाहन का योग ,सन्तान की उन्नति होगी ।

मीन-धन लाभ ,जमीन का सुख मिलेगा, सन्तान पक्ष की चिंता,कार्य क्षेत्र में तकरार का योग, पत्नी पीड़ा,स्वास्थ्य पीड़ा का योग ।

-पंडित गिरवर प्रसाद बिस्सा
9413481194

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