Sunday, May 5, 2024
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बीकानेर लॉकडाउन में काफूर हो गई लॉटरी की वो खुशी…

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मुकेश पूनिया/बीकानेर Abhayindia.com आबकारी महकमे की ओर से आयोजित लॉटरी प्रक्रिया में ठेकेदारों ने जिस जोश से भाग लिया था वह बीकानेर लॉकडाउन (Bikaner Lockdown) के चलते काफूर हो गया। वित्तीय वर्ष की शुरुआत के पहले दिन से ही ठेके का मुहूर्त करने के अरमान धूमिल हो गए। हालांकि नए वित्तीय वर्ष में दुकानों का संचालन वे ठेकेदार ही कर सकेंगे, जिनको लॉटरी प्रक्रिया से दुकानें आवंटित हुई है, लेकिन ठेकों का संचालन बीकानेर लॉकडाउन में फंसा हुआ है। पुराने ठेकेदारों की दुकानें अंतिम दिन के बजाय सात दिन पहले ही बंद हो चुकी है तो नई दुकानें खोले जाने की प्रक्रिया अभी दाखिले दफ्तर ही है। ऐसे में ठेकेदारों के लिए शराब बेचकर चांदी काटने के अरमानों पर भी पानी फिर रहा दिखता है।

आमतौर पर वित्तीय वर्ष के अतिम दिनों में ठेकेदार ज्यादा से ज्यादा मुनाफा कमाने की जुगत में रहते हैं। इसके लिए कम दामों में भी माल बेच देते हैं। ठेकेदार बताते हैं कि ठेका अवधि खत्म हो जाने तक वे लोग अपनी दुकान का पूरा माल साफ करने का प्रयास करते हैं, ताकि नुकसान न हो और पूरा मुनाफा ले सके। इस बार स्थिति उलट हो गई। निर्धारित समय से पहले ही दुकानों को ताला लग गया, जिससे हिसाब पूरी तरह गड़बड़ा गया।यह भी पहली बार ही होगा कि एक अप्रेल से शराब दुकानें नहीं खुल पाएगी।

लॉक डाउन खुलने पर होगा निपटारा

बंद के दौरान दुकानों को खोलकर माल हस्तांतरण करना मुश्किल है वहीं नए ठेकेदार को देकर वापस कहां रखवाना इसकी भी समस्या है। पहले से ही संचालित दुकान यदि नए ठेकेदार को मिल जाती है तब तो ठीक अन्यथा नई लोकेशन स्वीकृत होने पर ही माल ले जा सकेंगे। पुराने ठेकेदारों के लिए एक तरह से हिसाब चुकाने से पहले ही दुकानें ताले में बंद हो गई है और इनका निपटारा लॉक डाउन खुलने के बाद ही हो सकेगा।

दुकान खुलेगी तभी प्रक्रिया होगी

आबकारी अधिनियम के तहत ठेका संचालन की अवधि पूरी होने के बाद नए ठेकेदारों को माल हस्तांतरण की प्रक्रिया अपनाई जाती है, लेकिन लॉक डाउन में यह प्रक्रिया बंद पड़ी है। समूची कार्रवाई ठेकों का संचालन शुरू होने पर ही हो सकेगी। दुकानें स्थापित करने के लिए पहले लोकेशन निर्धारित करनी पड़ेगी। यह सब ठेकेदार की ओर से दर्शाए गए नक्शे व फाइल के आधार पर होगा। दुकान चलाने की प्रक्रिया इसके बाद ही हो सकेगी।

इनका कहना है…

जिला आबकारी अधिकारी भवानी सिंह का कहना है कि नया वित्तीय वर्ष शुरू हो चुका है और आमतौर पर एक अप्रेल से दुकानें शुरू हो जाती है, लेकिन इस बार लॉकडाउन होने से दुकानें बंद ही है। पुराने ठेकेदारों के पास पड़ा माल नई दुकानें शुरू होने पर हस्तांतरित किया जाएगा।

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