श्रीगंगानगर abhayindia.com श्रीगंगानगर निवासी तीतर सिंह अपने जीवन के 72 सालों में भले ही 28 बार चुनाव हार गए हो, लेकिन हिम्मत अभी तक नहीं हारी है। सिंह 3 बार वार्ड पंच, सरपंच, पंचायत समिति सदस्य, 10 बार विधानसभा चुनाव तथा 8 बार लोकसभा का चुनाव हार चुके हैं। अबकी बार वे 9वीं बार लोकसभा चुनाव लड़ रहे है। जनसंपर्क के दौरान तीतर सिंह अपनी एक पुरानी जीप में अपने समर्थकों के साथ गांव-गांव घूमकर वोट मांग रहे है। इस प्रचार अभियान में उनकी पत्नी गुलाब कौर और अन्य परिजन शामिल है।
मीडिया से बातचीत में तीतर सिंह कहते हैं कि यदि वे चुनाव जीतते है तो न्यूनतम आय बढ़ाने को लेकर संसद में अपनी बात पुरजोर ढंग से रखेंगे। प्रत्येक गरीब व्यक्ति को घर और 5 बीघा कृषि भूमि सरकार की तरफ से उपलब्ध कराने के लिए प्रयास करने के साथ ही श्रीगंगानगर-हनुमानगढ़ जिलों में छोटे-छोटे काम-धंधे स्थापित कराने को लेकर कोशिश करेंगे। तीतर सिंह खुद हालांकि साक्षर है, लेकिन ग्रामीण बच्चों के लिए गुणवत्ता युक्त शिक्षा उपलब्ध कराने का भी वादा करते है। आपको बता दें कि देश में सबसे ज्यादा बार चुनाव में हारने का रिकॉर्ड जोगिन्द्र सिंह धरती पकड़ का रहा है।
चौंकानी बात यह भी है कि गुलाबेवाला गांव निवासी तीतर सिंह मनरेगा मजदूर हैं। उनके पास संपत्ति के नाम पर एक रुपया भी नहीं हैं। वह लोगों के दान किए हुए रुपयों से चुनाव लड़ रहे हैं और वह चाहते हैं कि कम से कम एक बार उन्हें जीत मिले। तीतर सिंह के दो बेटे हैं- अकबर सिंह और रशपाल सिंह। ये दोनों भी कृषि मजदूर हैं।
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