बीकानेर (अभय इंडिया न्यूज)। हत्या के संगीन जुर्म में सजायाफ्ता केन्द्रीय कारागार का कैदी पैरोल पर रिहा होने के बाद फरार हो गया है। पुलिस ने फरारी का केस दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी है। मामले के अनुसार सीकर के फतेहपुर में आठ साल पहले पुलिस कांस्टेबल हरीश जाट की गोलीमार कर हत्या के जुर्म में आजीवन कारावास सजायाफ्ता बिहारी कैदी विकास उर्फ खालिद पुत्र राजकुमार को हाईकोर्ट के निर्देश पर गत १४ अगस्त को सत्रह दिन की पैरोल पर रिहा किया गया था।
उसे एक सितम्बर को वापस लौटना था, लेकिन वह वापस नहीं आया। कारागार प्रहरी बनवारी लाल शर्मा ने बीछवाल थाने में उसके खिलाफ फरारी का मुकदमा दर्ज कराया है। जानकारी में रहे कि बीकानेर केन्द्रीय कारागार के दर्जनभर से ज्यादा सजायाफ्ता कैदी पिछले दो सालों में पैरोल लेकर फरार हो चुके है। जिनके खिलाफ बीछवाल थाने में मुकदमें दर्ज है और पुलिस सरगर्मी से उनकी तलाश में जुटी हुई है।
बदनामी की धमकी देकर दुराचार
बीकानेर। अश्लील फोटो खींचने के बाद बदनामी की धमकी देकर युवती के साथ दुराचार करने का संगीन मामला जिले के पांचू थाने में दर्ज हुआ है। नोखा उपखंड के कक्कू गांव की युवती की ओर से जरिये इस्तगासे में तहत दर्ज दुराचार के इस मामले में पीडि़ता ने आरोप लगाया है कि पांच माह पहले रात को मैं अपने घर पर अकेली थी, इसी दरम्यान हमारा रिश्तेदार दुर्गाराम जाट आया और मेरी अश्लील फोटो खींच ली तथा कमरे में ले जाकर दुष्कर्म करने के बाद जाते समय धमकी दे गया कि किसी इस बारे में कहा तो तेरी नंगी फोटो सब को दिखा दूंगा।
इसके बाद बदनामी के भय से पीडि़ता डरी सहमी रहने लगी और आरोपी दुर्गाराम ने उसे कई दफा घर आकर दुष्कर्म किया। बदनामी के भय से पीडि़ता ने अपनी आपबीती घर वालों से छुपाए रखी। गत १९ अगस्त को भी आरोपी दुर्गाराम जाट पीडि़ता के घर आ धमका और उसका देह शोषण करने लगा। पीडि़ता के शारीरिक तकलीफ के बावजूद आरोपी ने उसे दुष्कर्म का शिकार बनाया। इससे आहत पीडि़ता ने अपने परिजनों को आपबीती सुनाई और अदालती इस्तगासे के तहत आरोपी के खिलाफ दुष्कर्म का केस दर्ज करवा दिया। बताया जाता है कि आरोपी दुर्गाराम जाट पीडि़ता का रिश्ते में लगता मामा है और इसकी कारण उसका पीडि़ता के घर आना जाना था।
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