Thursday, September 19, 2024
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बीकानेर बन गया बजरी माफिया का हॉट स्‍पॉट

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बीकानेर abhayindia.com जिले में जहां देखो वहां अवैध बजरी खनन और ओवरलोड ढुलाई का नजारा देखने को मिल रहा है। शासन-प्रशासन पर भारी पड़ रहे बजरी माफियाओं ने बीकानेर को हॉट स्पॉट बना लिया है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार शहर के आस पास इलाकों के अलावा गजनेरनालनोखाबज्जूलूनकरणसर समेत अनेक इलाकों में बड़े पैमाने पर बजरी का अवैध खनन और ओवरलोडिंग का खेल चल रहा है।

इस मामले में बजरी के लीजधारक भी पीछे नहीं। कानून और नियम कायदे को ताक पर रखकर खनन स्थल कागजों में कहीं ओर वास्तविक खनन कहीं ओर किया जा रहा है। नाल इलाके के कई लीजधारक तो निर्धारित क्षेत्र से दुगुने दायरे में बजरी का खनन कर रहे है दायरे में आने पर चरागाहों को भी नहीं बख्शा जा रहा। इतना ही नहीं बजरी से भरे ट्रकों के धर्मकांटा वजन में धांधली करने का भी लीजधारकों ने तोड़ निकाल लिया। इस तरह ओवरलोड वाहनों में बजरी का परिवहन करवाकर जबरदस्त चांदी कूटी जा रही है। इस मामले में राजस्वपुलिस और खनन विभाग पंगु नजर आ रहे है। इनकी पंगुता पर आमजन कई बार सवालिया निशान खड़े करता हैलेकिन स्थिति ढाक के तीन पात।

खबर है कि बीकानेर मुख्यालय अवैध बजरी खनन के गोरखधंधे में अनाप-शनाप पैसा कूटने की फिराक में सीकरनागौरडीडवाना जिले सहित कई क्षेत्र से आए खनन माफियाओं की शरण स्थली बन चुका है। इन पर प्रशासन का न तो अंकुश है ओर ना ही खनन विभाग कोई बड़ी कार्रवाई करने में असक्षम नजर आता है।

 खनन माफियाओं का खुफिया तंत्र पुख्ता

सूत्रों की माने तो मुख्य चौराहों पर चाय की थडिय़ों पर अवैध बजरी खनन माफियाओं के गुर्गों ने अपना केन्द्र बना रखा है। इस अवैध बजरी खनन में रसूखदारों के कई बड़े गिरोह सक्रिय है। इन गिरोह के सदस्यों ने स्थानीय गुर्गों को तुच्छ स्वार्थ के चलते सूचना तंत्र के रूप में काम लिया जाता है। इनका खुफिया तंत्र पुलिसखनन और वन सहित अन्य सरकारी सूचनाओं से भी सुपर फास्ट है। यही वजह है कि कोई बड़ी कार्रवाई होने से पहले ही इन माफियाओं को पूर्व सूचना मिल जाती है और पकड़े जाते है छुट-पुट अवैध बजरी खनन करने वाले। ऐसे में सरकारी अमले की कार्यशैली पर भी कई सवालिया निशान खड़े होते हैं।

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