बीकानेरAbhayindia.com सरकारी बैंकों के निजीकरण की नीति के खिलाफ यूएफबीयू के बैनर तले देशव्यापी हड़ताल गुरुवार से शुरू हुई। इस दौरान बीकानेर में सभी सरकारी बैंकों के कार्मिक हड़ताल पर रहे।
इसके चलते बीकानेर में करीब पांच सौ करोड़ रुपए का लेन-देन प्रभावित हुआ। बैंक कार्मिकों ने स्टेशन रोड स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा शाखा से वाहन रैली निकाली गई। इसमें शामिल बैंक कार्मिक नारेबाजी करते हुए कलेक्ट्रेट तक पहुंचे। जहां पर सभा आयोजित की गई।
इसमें वक्ताओं ने केन्द्र सरकार की नीतियों के खिलापु जमकर नारेबाजी कर विरोध प्रदर्शन किया। समन्वयक वाई के शर्मा योगी ने बताया कि इस बार का बैंक आंदोलन इस वजह विशिष्ट रहा है कि यहां पर केन्द्रीय श्रम संगठनों ने भी इसका समर्थन किया है।
इसमें नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे एम्पलॉइज यूनियन के अनिल व्यास, इंटक के हेमंत किराड़ू, एटक के रहमान कोहरी, सीटू केे मूलचंद खत्री, रोडवेज के गिरधारी लाल आदि शामिल हुए। सभा को एनसीबीई के मुकेश शर्मा, एसबीआई के सीताराम कच्छावा, अधिकारी संगठन के मृत्युंजय, एआईबीईए के रामदेव राठौड़, जयशंकर खत्री, जेपी वर्मा, एसडी नागल, अक्षय व्यास, आनंद ज्यानी, महिला कार्मिक निर्मला गोदारा ने विचार रखे। वहीं अशोक सोलंकी, संदीप गढ़वाल, सुभाष दैया, अशोक मीणा, छोटूलाल, आरके मोदी, मनोज सैनी, रूपेश शर्मा, राजेन्द्र चौधरी, करण ङ्क्षसह देवड़ा, श्यामसुन्दर मीणा, चंद्रकांत व्यास, रामप्रताप अदि रैली में शामिल हुए।
कल भी करेंगे प्रदर्शन..
हड़ताल के दूसरे दिन शुक्रवार को सभी कार्मिक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की पब्लिक पाार्क शाखा के सामने से जुलूस के रूप में कलेक्ट्रेट पहुंचेंगे। जहां विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।