जयपुर abhayindia.com राजस्थान विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान पूरक प्रश्न पूछने को लेकर विधानसभा स्पीकर सी. पी. जोशी और प्रतिपक्ष के बीच चल रहा गतिरोध बुधवार को समाप्त हो गया। प्रश्नकाल शुरू होते ही स्पीकर जोशी ने कहा कि नियमों में लिखा है कि प्रश्न पूछने और जवाब देने में 5 मिनट से अधिक नहीं लगे।
उन्होंने कहा कि ऐसे कौनसे प्रयास हो सकते हैं, जिससे ज्यादा सेज्यादा सवाल पूछे जा सकें और विपक्षी सदस्य भी भागीदारी निभाएं। इस पर नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया ने कहा कि आपकी भावना का सम्मान करते हैं, ज्यादा सवाल पूछे जाएं, लेकिन ये परिपाटी है। प्रश्नकर्ता ही प्रश्न करेगा तो फिर पढऩे की आवश्यकता क्या है। कम से कम दो लोगों को आप प्रश्न पूछने की अनुमति दें। स्पीकर जोशी ने कहा कि मामले पर सदन के बाहर बैठकर चर्चा करेंगे। साथ ही पूरक प्रश्न पूछने की व्यवस्था भी दी। इसके बाद गतिरोध खत्म हो गया।
भाजपा विधायकों ने सवाल रखना शुरू कर दिए। हालांकि प्रश्नकाल के दौरान भाजपा विधायक हाथों पर काली पट्टी बांधे हुए थे। गतिरोध खत्म होने के बाद पहला सवाल भाजपा विधायक गोपीचंद मीणा ने किया। उप नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड ने प्रदेश में लू और तापघात से जान गंवाने वाले लोगों को मुआवजा दिए जाने का सवाल उठाते हुए पूछा कि प्रदेश में 1 जून से 10 जून 2019 तक अत्यधिक तापमान के कारण कुल कितने जिलों में रेड अलर्ट किया गया। साथ ही गर्मी और लू के कारण कितने लोगों की मौत हुई, प्रदेश के जिलों में रेड अलर्ट घोषित किए जाने के बाद क्या-क्या कदम उठाए गए। इस पर चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने जवाब पेश करते हुए कहा कि इससे 161 लोग बीमार हुए और 3 की मौत हुई है। चिकित्सा मंत्री ने कहा कि लू और तापघात में सहायता देय नहीं है।
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