Friday, April 26, 2024
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भट्ठियां बंद करके धरने पर बैठे भुजिया कारीगर, देखें वीडियो

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सुरेश बोड़ा/बीकानेर (अभय इंडिया न्यूज)। भट्ठियों की आग के सामने बैठकर कुरकुरे लजीज भुजिया का स्वाद दुनियाभर के लोगों को चखाने वाले कारीगर अपनी मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हैं। शुक्रवार को धरने के चौथे दिन भुजिया कारीगरों ने कलक्ट्रेट में मानव शृंखला बनाकर विरोध प्रदर्शन किया तथा भुजिया व्यवसायियों के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की। कारीगरों ने दावा करते हुए कहा कि आज से भुजिया बनाने का काम पूरी तरह ठप कर दिया गया है। अब यदि इसके भावों में बढ़ोतरी होती है तो उसकी जिम्मेदारी व्यवसायियों की होगी।

भुजिया कारीगरों का कहना है कि वे प्रतिकिलो भुजिया पर सिर्फ 1.40 रुपए का मेहनताना और मांग रहे हैं, इस पर भी व्यवसायी हठधर्मिता दिखा रहे हैं। भुजिया कारीगरों को पीएफ, ईएसआई सरीखी अन्य सुविधाएं भी मिलनी चाहिए, लेकिन इन सब मांगों को लेकर व्यवसायी हमसे बात करने को भी तैयार नहीं है। कारीगरों ने भुजिया व्यवसायियों के उस दावे को खोखला और बेबुनियाद बनाया जिसमें कहा गया था कि भुजिया का तीन माह तक का स्टॉक पड़ा। श्रमिक नेता गौरीशंकर व्यास ने सवाल उठाते हुए कहा कि तेलीय पदार्थ भुजिया का इतने समय तक स्टॉक रखना क्या विधि सम्मत है। इससे उसके खराब होने की आशंका नहीं बनेगी? कारीगरों ने कहा कि भुजिया व्यवसायियों की हठधर्मिता के चलते ही उन्हें भट्ठियां बंद करने को मजबूर होना पड़ा है। यदि हमारी मांगें नहीं मानी गई तो हम आंदोलन को और तेज करेंगे।

गौरतलब है कि भुजिया व्यवसायी वेदप्रकाश अग्रवाल ने गुरुवार को दावा किया था कि हड़ताल के चलते भुजिया की कोई कमी नहीं रहेगी। व्यापारियों के पास तीन महीने का भुजिया का स्टॉक पड़ा है। उधर, उपभोक्ता सेवा से जुड़े दीपेन्द्र सिंह भाटी व यशपाल पुरोहित ने कहा है कि लंबे समय तक रखे हुए भुजिया की बिक्री को लेकर स्वास्थ्य विभाग को सचेत होना चाहिए।

…तो थाली से गायब हो जाएगा बीकानेरी भुजिया!

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