










बीकानेर Abhayindia.com पुरषोत्तम मास में शहर में जगह-जगह भागवत कथा के आयोजन किये जा रहे है। इसी कड़ी में मगनलाल बिस्सा परिवार की ओर से 20 जुलाई से 8 दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन पुष्करणा भवन में किया जा रहा है जिसमें भागवताचार्य पंडित अरुण कृष्ण व्यास भागवत कथा का पाठ कर रहे हैं। कथा की शुरुआत कलश यात्रा से हुई, जिसमें लगभग 200 महिलाएं सिर पर कलश धारण कर डागा चौक से रवाना होकर पुष्करणा भवन तक गाजे-बाजे के साथ पहुंची।
डॉ विठ्ठल बिस्सा ने बताया कि मुख्य यजमान के रूप में गिरीराज बिस्सा और राजकुमार बिस्सा ने सपत्नीक पूजन कर्म सम्पन्न करवाया। कथा वाचन करते हुए पं अरूण कृष्ण व्यास ने कहा कि जब जब पृथ्वी पर गौ, ब्राह्मण, नारी, धर्म पर विपदा आयी है तब तब भगवान ने स्वंय अवतार लेकर उन आततातियों का संहार कर धर्म की लाज रखी है। अपने आख्यान में यह भी कहा कि धरती पर माता पिता के स्वरुप में ही भगवान को पूजन किया जाता है और माता के चरणों में स्वर्ग है। माता मुक्तिदायिनी है, भगवान ने स्वंय माँ के गर्भ से जन्म लेकर स्वंय को भाग्यवान बताया। इसके अलावा उन्होंने श्रीमद्भागवत का महातम्य, भीष्म स्तुति, नारद मुनि और वेदव्यास जी का सम्वाद भी सुनाया। आनन्द बिस्सा ने नारद मुनि का रूप धरा। कथा में गिरीराज बिस्सा, शिवकुमार, राजकुमार, पंडित कुंजलाल व्यास, पंडित अशोक कुमार बिस्सा, गोपाल व्यास, किशन, संजय, दाउलाल, मरूश्री बिज्जू बिस्सा, पुनीत, राहुल, बीना, खुशी, कीर्ति, डिम्पल, मनीला आदि उपस्थित रहे।
कथा से जुड़े राजकुमार बिस्सा ने बताया कि 8 दिन चलने वाली यह भागवत कथा प्रतिदिन प्रातः 11.15 से 2.15 व दोपहर 3.15 से 6.15 तक रहेगा।





