जयपुर Abhayindia.com राजस्थान में राज्यसभा चुनाव से पहले सियासी सरगर्मियां तेज हो गई है। खासतौर से कांग्रेस अपने विधायकों को एकजुट रखने के लिए उन्हें एक जगह ले गई है। आपको बता दें कि ये सियासी बाड़ेबंदी उदयपुर के नामी होटल में हो रही है। बताया जा रहा है कि यहां मंत्री बी. डी. कल्ला, ममता भूपेश, परसादीलाल मीणा, अर्जुन बामनिया, संदीप चौधरी सहित करीब 66 विधायक पहुंच चुके है। वहीं, कई विधायक अब भी यहां नहीं पहुंचे है। इनमें ओमप्रकाश हुडला, बलजीत यादव, रमिला खडिया, राजेंद्र गुढा, वाजिब अली शामिल है। इनके अलावा निर्दलीय विधायक भी नदारद हैं। ऐसे में कांग्रेस के प्रदेश नेता अब पार्टी आलाकमान से राय मशविरा करने में जुटे हुए हैं।
इधर, आपको बता दें कि दस जून को होने जा रहे राज्यसभा चुनाव को लेकर भाजपा और कांग्रेस के नेता अन्य दलों और निर्दलीय विधायकों पर तो नजर गड़ाए हुए हैं। हालांकि, किसी भी दल के विधायक का दूसरे दल के राज्यसभा प्रत्याशी को वोट देना आसान नहीं है। ऐसा होने पर विधायक की सदस्यता भी जा सकती है। राज्यसभा चुनावों में वोट देने से पहले पार्टी व्हिप जारी होती है, जिसमें यह बताया जाता है कि किसे या किस दल के प्रत्याशी को वोट देना है। इसके बाद किसी दल का विधायक अपने चुनाव अभिकर्ता को बिना दिखाए वोट नहीं डाल सकता, लेकिन यदि वह अपने ही दल के प्रत्याशी को वोट देता है और यदि वोट खारिज होता है तो उसकी सदस्यता जाने का खतरा कम हो जाता है।