बीकानेर (अभय इंडिया न्यूज)। प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी में चुनाव प्रबंध समिति की घोषणा के बाद विरोध की सियासत गर्माने लगी है। इस समिति में पश्चिम राजस्थान के दिग्गज नेता देवी सिंह भाटी को शामिल नहीं किये जाने से पार्टी में असंतोष की लहर है। जानकारी में रहे कि पूर्व मंत्री देवीसिंह भाटी का पश्चिम राजस्थान में जबरदस्त दबदबा है, इसकी वजह से भाटी की गिनती प्रदेश के दिग्गज नेताओं में होती है। दिग्गज और अनुभवी नेता होने के बावजूद पार्टी स्तर पर देवीसिंह भाटी की उपेक्षा से उनके समर्थकों में रोष की लहर है।
इस बीच प्रदेश भाजपा की चुनाव प्रबंधन समिति में बीकानेर से केन्द्रीय राज्य मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत को संयोजक तथा केन्द्रीय राज्य मंत्री अर्जुनराम मेघवाल को सह संयोजक बनाए जाने के बाद भाटी समर्थमों में तल्खी ज्यादा बढ़ गई है। केन्द्रीय राज्यमंत्री अर्जुनराम और देवीसिंह भाटी के बीच लंबे समय से गुटबाजी कायम है। दोनों नेताओं के बीच खींचतान भी लगातार बढ़ रही है। यह खींचतान सीएम राजे की गौरव यात्रा के दौरान भी साफ देखने को मिली थी। यहां तक कि मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के स्वागत के लिए हेलीपेड पर आए दोनों नेताओं में दूरी बनी रही। इस बीच चुनावों के लिए बनाई गई चुनाव प्रबंध समिति में केन्द्रीय राज्य मंत्री अर्जुनराम मेघवाल को सहसंयोजक बनाए जाने के बाद यह तल्खी थोड़ी और बढ़ी हुई नजर आ रही है।
बता दें कि दिग्गज नेता देवीसिंह भाटी इससे पहले भाजपा प्रदेशाध्यक्ष की दौड़ में शामिल रहे। केन्द्रीय राज्य मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत का भी प्रदेशाध्यक्ष पद के लिए विरोध कर चुके हैं। अब शेखावत चुनाव प्रबंधन समिति के संयोजक और बीकानेर में विरोधी खेमे के केन्द्रीय राज्य मंत्री अर्जुनलाल मेघवाल को सह संयोजक बनाए जाने के बाद भाटी समर्थकों के तेवरों में तल्खी आना लाजिमी है।
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