







जयपुर Abhayindia.com पानी की गंभीर समस्या को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की ओर से तल्ख तेवर दिखाए जाने के बाद सिस्टम अलर्ट मोड पर आ गया है। सरकारी फाइलें तेजी से दौड़ने लगी हैं। इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने जलदाय मंत्री कन्हैयालाल चौधरी को तलब कर लिया। इसके अलावा विभाग के चीफ इंजीनियर (प्रोजेक्ट) ने भी पूरे मामले की रिपोर्ट अधिकारियों से मंगाई है। मंत्री चौधरी ने भी माना है कि राजे की बात जायज है। उन्होंने माना कि जल जीवन मिशन की योजनाएं 50% क्षेत्रों तक ही पहुँच पा रही हैं और पूर्ववर्ती सरकार की लापरवाही अब जनता के लिए मुसीबत बन रही है।
आपको बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री राजे को दो दिन पहले झालावाड़ के रायपुर में ग्रामीणों ने जल जीवन मिशन में अनियमितताओं की शिकायत की थी। मौके पर मौजूद अधिकारियों से जवाब मांगने पर असंतोषजनक उत्तर मिलने पर राजे ने नाराजगी जताई और अधिकारियों को फटकार लगाई। एक्स पर उन्होंने लिखा, ‘क्या सिर्फ अफसरों को प्यास लगती है? जनता त्रस्त है, अफसर तृप्त हैं। पानी कागजों में नहीं, होठों तक पहुँचना चाहिए।’
वसुंधरा राजे ने चेतावनी दी, ‘अधिकारियों की लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी। प्रधानमंत्री ने जल जीवन मिशन के लिए 42 हजार करोड़ रुपये दिए हैं। झालावाड़ के हिस्से की राशि का हिसाब दो। यह अप्रैल की स्थिति है, जून-जुलाई में क्या होगा?’





