बीकानेर Abhayindia.com बीकानेर के बीछवाल थाना क्षेत्र में तीन दिन पहले ट्रक के टायर का पंक्चर निकालते वक्त जख्मी हुए युवक की पीबीएम अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। बीछवाल थानाप्रभारी मनोज शर्मा ने बताया कि चौपड़ा बाड़ी गंगाशहर क्षेत्र का निवासी राजकुमार माली बीछवाल में ट्रकों के पंक्चर निकालने वाली एक दुकान पर काम करता था। तीन दिन पहले वह दुकान पर टायर का पंक्चर निकालने के बाद उसमें हवा भर रहा था। इस दरम्यान हवा बहुत ज्यादा भर जाने से टायर और ट्यूब के बीच में लगी रिम उछल कर उसके सिर पर लग गई। इससे वह जख्मी हो गया। उसे पीबीएम अस्पताल के ट्रोमा सेंटर ले गए। इलाज के दौरान कल उसकी मौत हो गई।
नेता प्रतिपक्ष राठौड़ ने ऊर्जा मंत्री डॉ. कल्ला से मांगा इस्तीफा
जयपुर Abhayindia.com राजस्थान में गहरा रहे बिजली संकट के मामले को लेकर वरिष्ठ भाजपा नेता एवं विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने प्रदेश के ऊर्जा मंत्री डॉ. बी. डी. कल्ला से तत्काल प्रभाव से इस्तीफा मांगा है। राठौड़ ने आरोप लगाया है कि राज्य सरकार के मिस मैनेजमेंट और गलत नीतियों के कारण प्रदेश में बिजली का संकट हुआ हैं। राज्य सरकार ने समय पर कोल कम्पनियों को पेमेंट नहीं किया। प्रदेश को कोल कम्पनियों ने पूरा कोयला नहीं दिया। इसी कोयले की कमी के कारण राजस्थान के कई पॉवर प्लांट्स की बिजली प्रोडक्शन यूनिट्स बन्द करनी पड़ी हैं। राठौड़ ने कहा कि मौजूदा त्योहारी सीजन में बिजली की मांग सबसे ज्यादा होती है लेकिन, सरकार के मिस मैनेजमेंट से व्यापारी और आम लोग परेशान हैं। सरकार को त्योहारी सीजन में बिजली की डिमांड का पहले ही अनुमान लगाकर बन्दोबस्त कर लेने चाहिए था लेकिन, अव्यवस्थाओं के चलते बीते 3 महीनों में दूसरी बार प्रदेश में बिजली संकट पैदा हो गया है।
उन्होंने कहा कि सरकारी कुप्रबंधन के कारण बिजली प्रोडक्शन करन वाले प्लांट तो बंद करने पड़ ही रहे हैं, एक्सचेंज से 20 रुपये यूनिट के भाव पर कई गुणा महंगी दरों से बिजली खरीदी जा रही है। जिसका भार आखिरकार प्रदेश के 1.52 करोड़ बिजली उपभोक्ताओं पर पड़ेगा। कांग्रेस सरकार के मुखिया अशोक गहलोत और ऊर्जा मंत्री बी. डी. कल्ला एक ओर जहां 24 हजार 690 मेगावाट बिजली प्रोडक्शन के साथ राजस्थान को बिजली के क्षेत्र में आत्मनिर्भर होने का दम्भ भरकर जनता को भ्रमित कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर देश में सबसे ज्यादा बिजली पैदा करने वाले राजस्थान में सरकारी कुप्रबंधन की वजह से समय पर कोयले की सप्लाई नहीं आने के कारण अरबों रुपए की लागत से बने ज्यादातर थर्मल पावर प्लांट और उनकी यूनिट्स बन्द होने के कगार पर हैं।
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राजस्थान : इस महीने भी सरकार को पास करनी होगी ये बड़ी “परीक्षा”…
जयपुर। राजस्थान शिक्षक पात्रता परीक्षा (रीट) के बाद अब प्रदेश की गहलोत सरकार के सामने इस महीने भी एक और बड़ी “परीक्षा” पास करने की चुनौती खड़ी है। आपको बता दें कि राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड की पटवारी भर्ती परीक्षा 23 और 24 अक्टूबर को होने जा रही है। 5 हजार 378 पदों के लिए होने वाली इस सीधी भर्ती परीक्षा का आयोजन 3 घंटे की दो-दो पारियों में होगा।
राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड के चेयरमैन हरिप्रसाद शर्मा ने बताया कि 23 अक्टूबर को प्रथम पारी की परीक्षा सुबह 8:30 बजे से सुबह 11:30 बजे तक होगी। वहीं, दूसरी पारी की परीक्षा दोपहर 2:30 बजे से शाम 5:30 बजे तक होगी। इसी तरह 24 अक्टूबर को भी इसी समय पर दो पेपर होंगे। परीक्षा को देखते हुए परीक्षार्थियों से अपील की गई है कि वे सोशल मीडिया पर किसी भी भ्रामक खबर या जानकारी पर विश्वास नहीं करें। चयन बोर्ड द्वारा क्षेत्रीय स्तर के मीडिया में जारी खबरों और बोर्ड की अधिकृत वेबसाइट पर प्रकाशित विज्ञप्ति को ही अधिकृत माना जाए। परीक्षार्थी किसी भी तरह की जानकारी के लिए बोर्ड की वेबसाइट www.rsmssb.rajasthan.gov.in देख सकते हैं।
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