बीकानेर Abhayindia.com सामाजिक कार्यकर्ता चौरू लाल सुथार ने एक प्रतिवेदन संभागीय आयुक्त नीरज के.पवन व कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल एवं पुलिस अधीक्षक तेजस्वनी गौतम को प्रस्तुत कर आग्रह किया कि गत तीन चार वर्षों से पूरे बीकानेर शहर के हर थाना क्षेत्र में तेज रफ्तार से बुलेट बाइक चलाने का शगल इस कदर बढ़ता जा रहा है कि ऐसे बाइकर्स को न तो आमजन की परवाह है व न ही यातायात व ध्वनि प्रदूषण के नियमों की।
सुथार ने बताया कि बुलेट मोटर व्हीकल के मूल साइलेंसर की जगह मॉडिफाइड साइलेंसर लगवाकर बाइक से भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में बैक फायरिंग कर पटाखें व गोली चलाने जैसी तेज आवाजें लगातार निकालकर दहशत फैलाने व स्टंटबाजी कर खुलेआम यातायात नियमों की धज्जियां उड़ाकर राह चलते बुजुर्गों, महिलाओं व खासकर छोटे बच्चों को परेशान किया जा रहा है। ऐसे बाइकर्स को न तो कोई रोकने वाला है व न ही कोई टोकने वाला है ऐसे में कई बार लोग गिरकर चोटिल भी हुए है।
चौरू लाल सुथार ने बताया कि ऐसा नहीं है कि प्रशासन द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की हो, कार्यवाही भी हुई लेकिन पुख्ता व सख्त कार्यवाही के अभाव में व वापिस शिथिलता के चलते ऐसे स्टंटबाजों के हौसले काफी बुलंद है व ऐसे बाइकर्स की संख्या भी बढ़ती जा रही है। सुथार ने अवगत कराया कि उन्होंने 14 मार्च 2016, फिर 22 मार्च 2018, 10 अप्रैल 2019 को जरिये लगातार प्रतिवेदन जिला प्रशासन व जिला पुलिस प्रशासन को प्रस्तुत कर इस समस्या से आमजन को निजात दिलाने के लिए निवेदन भी किया था जिस पर संभागीय आयुक्त व जिला पुलिस अधीक्षक ने सख्त कार्यवाही करते हुए 29.5.2018 को आदेश जारी कर पूरे बीकानेर शहर में अभियान चलाकर सभी बुलेट मोटर व्हीकल्स की जांच भी करवाई गई तथा काफी बाइकर्स के खिलाफ जुर्माना लगाकर कार्यवाही भी की गई। यही नहीं बुलेट के बीकानेर बाइकर्स प्रा. लिमिटेड, बीकानेर के साथ–साथ सभी मेकैनिकस को भी सख्ती से पाबंद किया गया।
सुथार ने बताया कि जिला पुलिस अधीक्षक ने अपने 29.05.2018 के निर्देशों में यह भी स्पष्ट आदेश दिया गया कि ऐसे सभी बाइकर्स के खिलाफ अगर वे बुलेट बाइक से पटाखों या गोली चलने जैसी तेज आवाजे निकालकर सरेआम दहशत फैलाने की कोशिश करते है तो उन सभी के खिलाफ दहशत फैलाने का प्रकरण दर्ज किया जावे तथा साथ ही बाइक्स के साइलेंसर को लगाने वाले मिस्त्रियों को भी सह आरोपी बनाया जावे। लेकिन, आदेशों पर सख्ती से कार्यवाही अमल में नहीं होने के कारण स्टंटबाज फिर से कहीं सक्रिय हो गए हैं।