Friday, September 20, 2024
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राजनैतिक व प्रशासनिक क्षेत्र में प्रतिनिधित्व के लिए संगठित होना होगा, अन्तरराष्ट्रीय वैश्य महासम्मेलन में बोले वक्ता

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बीकानेर Abhayindia.com अन्तरराष्ट्रीय वैश्य महासम्मेलन की ओर से रविवार को हंसा गेस्ट हाउस में वैश्य संवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमे काफी संख्या में वक्ताओं नेे कहा कि आज राजनीति और प्रशासनिक क्षेत्र में प्रतिनिधित्व के लिए जरूरी है, एकजुटता। तभी समाज आगे बढ़ सकेगा। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुई सीओ सिटी शालिनी बजाज ने शिक्षा की अहमियत बताई। उन्होंने कहा कि शिक्षा से ही समाज में जागृति संभव है। इसके लिए जरूरी है कि समाज के लोग आने वाली पीढ़ी को खूब पढ़ाएं और उनको सिविल सर्विसेज में भेजे। यह आज के दौर की मांग है। इससे समाज और देश का उत्थान होगा। कार्यक्रम में अध्यक्षता करते हुए जिला अध्यक्ष जुगल राठी ने संगठन की स्थापना की उपयोगिता पर प्रकाश डाला। साथ ही उन्होंने कहा कि यह एक प्रयास है कि वैश्य समाज एक मंच आए। इसके लिए सभी को मिलकर काम करना होगा। प्रतिभाशाली युवाओं को पढ़ाई में आगे बढऩे के लिये मदद करे।

भाजपा नेता प्रदेश मंत्री मोहन सुराणा ने कहा कि राजनीति में प्रतिनिधित्व मिले इसके लिए जरूरी है कि आपकी ताकत को पार्टियां पहचाने, साथ ही यह भी जरूरी है, कि जब वोट पड़े तो सबसे पहले मतदान करें। वैश्य समाज के लोग व्यापार इत्यादि में होने के कारण वोट देने के लिए ही नहीं जाते या कम ही पहुंचते हैं। लेकिन वो ही तो आपकी ताकत है।

कार्यक्रम में पुखराज चौपड़ा ने कहा कि सबसे पहले तो यह आवश्यकता है कि जो वैश्य के घर पैदा हुआ है तो वो अपने आप ही संगठन का सदस्य बन गया। उसकी पहचान ही वैश्य है। चौपड़ा ने कहा कि यह सभी को समझना होगा वैश्य मतलब एक ही हो, ना कि अलगअलग पहचान, जैसे जैन, अग्रवाल, महेश्वरी या अन्य सभी एक ही पंथ है वो है वैश्य। तभी हम अपनी शक्ति दिखा सकेंगे। उन्होंने कन्हैयालाल झंवर का उदाहरण देते हुए कहा कि उनकी हार के कारणों तक जाना चाहिए। उन्होंने ने कहा कि वर्तमान में राजनीति क्षेत्र में वैश्य समाज को जो प्रतिनिधित्व है वो एक तरह से पर्याप्त है। कार्यक्रम में वस्त्र व्यवसायी सुशील बंसल ने कहा कि संगठन मजबूत होना चाहिए। तभी कहीं जाकर राजनीति में वजूद बनेगा।

पूर्व महापौर नारायण चौपड़ा ने कहा कि एकता के बिना कुछ भी कर पाना संभव नहीं है। ऐसे में जरूरी है कि प्रचार प्रसार पर ध्यान देने के साथ हम संगठित रहे ताकि राजनैतिक व प्रशासनिक क्षेत्र में प्रभाव डाला जा सके।

जिला महामंत्री विजय बाफना ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में काम किया जा सकता है। इसमें वैश्य महासभा को जोड़ा जा सकता है, इसके लिए वे सदैव तत्पर है। आचार्य तुलसी शान्ति प्रतिष्ठान के अध्यक्ष हंसराज डागा ने कहा कि समाज को उनके लिए काम करना होगा, जो वर्तमान में किसी क्षेत्र में पिछड़े हुए है, उनकी मदद करना चाहिए। ताकि उनको संबल मिल सके। वहीं आज का जो कार्यक्रम है वैश्य समाज के लोगों को एक बैनर के तले संगठित करना यह एक अनुपम उदाहरण है। संचालन संजय कोचर ने किया।

इन्होंने भी रखे विचार…

कार्यक्रम में सुरभि अग्रवाल, गायत्री महात्मा, संगीता महात्मा, अर्चना अग्रवाल, डॉ. प्रदीप जैन, तुलसीदास अग्रवाल, मगनलाल चांडक़, महिला विंग की अध्यक्ष धनलक्ष्मी जैन, संतोष बोथरा, कमल बोथरा, शशि रांका, मोहिनी चौपड़ा, बबीता बोथरा, स्वाति छाजेड़, सरला लोहिया, रवि पुगलिया, मानिक चंद अग्रवाल, एडवोकेट नरेन्द्र कुमार, कमल किशोर गुप्ता, पंकज अग्रवाल, सीए अंकुश चौपड़ा, बजरंगलाल करणानी, श्रीभगवान अग्रवाल, मनोज सेठिया लोकेश करणानी, एडवोकेट मिलाप चौपड़ा, युवा इकाई अध्यक्ष कृष्णा सेठिया, युवा इकाई महामंत्री किशन अग्रवाल, ख़ुशवंत लूनिया, मनोज सिंघला सहित वक्ताओं ने अपने विचार रखे।

मौके बने सैकड़ों सदस्य

कार्यक्रम के दौरान ही वैश्य महासभा की सदस्यता के लिए समाज के लोगों में काफी उत्साह देखा गया। बड़ी तादाद में लोगों ने सदस्यता ग्रहण की। वहीं जिन सदस्यों की आइडी बनकर तैयार हो गई, उनको मौके पर सीओ सदर शालिनी बजाज और अन्य अतिथियों ने प्रदान की।

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