बीकानेर Abhayindia.com राजस्थान में अवैध खनन का खुला खेल चल रहा है। इस बीच, माइंस विभाग ने अवैध खनन गतिविधियों से जुड़े करीब 704 संवेदनशील स्थानों को चिन्हित कर संबंधित पुलिस अधीक्षकों को इनकी सूची सौंपी है।
अतिरिक्त मुख्य सचिव माइंस, पेट्रोलियम एवं जलदाय डॉ. सुबोध अग्रवाल ने बताया कि इसमें सर्वाधिक अजमेर के 53, भीलवाड़ा के 51, बारां के 40 संवेदनशील स्थान शामिल है। उदयपुर में अवैध खनन गतिविधि से जुड़े वाट्सग्रुप ग्रुप एडमिन को गिरफ्तार करने के साथ ही अलवर में 8, उदयपुर में 2, प्रतापगढ़ में 2 व नागौर व अजमेर में एक-एक अवैध खनन गतिविधि में लिप्त को गिरफ्तार किया गया है। प्रदेश में विभिन्न थानों में 53 एफआईआर दर्ज कराई जा चुकी है।
जयपुर सतर्कता केसी गोयल के अनुसार माइंस, पुलिस व रेवेन्यू विभाग की संयुक्त कार्यवाही में एएमई प्रमोद कुमार बलवदा, टोडा चौकी प्रभारी मोहन स्वामी, एडिशनल एसपी रतन लाल भार्गव और एसडीएम बृजेश गुप्ता के निर्देशन में सीकर के पाटन में खातेदारी भूमि में अवैध खनन गतिविधि पर एक जेसीबी और 5 ट्रेक्टर जब्त कर पाटन थाने में व एफआईआर दर्ज कराई गई है व नीम का थाना के टोड़ा इलाके में दो बजरी ट्रेक्टर जब्त की गई है। भीलवाड़ा के एसएमई अरविन्द नन्दवाना के अनुसार 4 अलग-अलग स्थानों पर कार्यवाही करते हुए 5 वाहन जब्त किए गए हैं। एमई बाड़मेर भगवान सिंह भाटी के नेतृत्व में की गई संयुक्त कार्यवाही में 3 डम्पर और एक ट्रेक्टर ट्राली जब्त की गई है।
आपको बता दें कि बीते सात दिनों से अवैध खनन गतिविधियों के विरुद्ध माइंस, पुलिस, जिला प्रशासन सहित संबंधित विभागों के संयुक्त अभियान में 300 से अधिक प्रकरणों में 277 से अधिक वाहन-मशीनरी जब्त करने के साथ ही एक करोड़ 25 लाख रुपए से अधिक का जुर्माना वसूला जा चुका है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के अवैध माइनिंग गतिविधियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही के निर्देश के बाद पिछले सात दिनों में ही 300 से अधिक प्रकरणों में 277 से अधिक वाहन जब्त कर संबंधित थानों में सुपुर्द किये जा चुके हैं। इनमें 26 एक्सक्लेटर, जेसीबी सहित बड़ी मशीनरी की जब्ती के साथ ही एक ट्रेक्टर कंप्रेसर व अन्य वाहन मशीनरी जब्त की गई है। खान व गोपालन मंत्री प्रमोद जैन भाया भी अवैध खनन गतिविधियों को लेकर गंभीर है और नियमित रुप से अवैध खनन गतिविधि अभियान की प्रगति समीक्षा कर रहे हैं।