








जयपुर Abhayindia.com राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने हाल में आए पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की हुई करारी हार के कारण गिनाए हैं। सीएम गहलोत ने कहा कि हमारा सबसे बड़ा ब्लंडर उत्तरप्रदेश में 30 साल पहले बसपा से गठबंधन का था। जब 91, 92 और 93 के अंदर चुनाव हुए थे तो कांग्रेस ने बीएसपी के साथ में गठबंधन किया और उसकी जूनियर पार्टी बनी। सबसे बड़ी गलती कांग्रेस की उस वक्त हुई। बसपा को दो तिहाई सीट दी, एक तिहाई कांग्रेस ने रखी। दो तिहाई जगहों पर कांग्रेस साफ हो गई। आज तक खड़ी नहीं हो पा रही है। प्रियंका गांधी ने यूपी की सभी 403 सीटों पर उम्मीदवार खड़े किए, जबकि 30 साल से वहां कांग्रेस नहीं आ रही। प्रियंका गांधी का यह सही कदम था। आपको बता दें कि गहलोत कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक से पहले दिल्ली में मीडिया से बातचीत कर रहे थे।
सीएम गहलोत ने पंजाब में मिली हार को लेकर कहा कि पंजाब में कांग्रेस के अंदर आपस में ही जो आरोप–प्रत्यारोप लगते रहे, उसे जनता ने स्वीकार नहीं किया। लोकल स्थितियों के अनुसार वोटिंग पैटर्न होता है। उसी रूप में पंजाब के हालात हमारे सामने हैं। हम वहां चुनाव जीत रहे थे। चीफ मिनिस्टर चन्नी ने अच्छे मैसेज दिए थे, पर माहौल ऐसा बन गया और आम आदमी पार्टी (आप) का उदय हो गया।
सीएम गहलोत ने कहा कि जिस प्रकार से मायावती ने खेल खेला है। ये देश उनसे उम्मीद नहीं करता था। अपनी पार्टी को खत्म करने की कीमत पर बीजेपी को सपोर्ट कर दिया। नाम सपा का ले रही हैं। मायावती की क्या मजूबरी है, यह तो शोध का विषय है। बीएसपी के लाखों कार्यकर्ताओं पर क्या बीत रही होगी?
उन्होंने कहा कि आज भी राष्ट्रीय पार्टी कांग्रेस है, जिसकी चौकियां देश के हर गांव, हर घर में है। देश उम्मीद करता है कि कांग्रेस मजबूत होकर उभरकर आए। राजनीति में परिस्थिति बन जाती है, घबराना नहीं चाहिए। इसी बीजेपी को संसद में 542 में 2 सीट मिली थी वो भी दिन हमने देखा है। हार–जीत होती रहती है। हम घबराते नहीं हैं।





