








बीकानेर abhayindia.com अन्तरराष्ट्रीय महिला दिवस पर अखिल भारतीय महिला मण्डल की ओर से निर्देशित कार्यक्रम को तेरापंथ महिला मण्डल गंगाशहर द्वारा आयोजित किया गया।
मंगलाचरण के साथ शुरू हुए कार्यक्रम में मण्डल अध्यक्ष ममता रांका ने स्वागत करते कहा कि प्रत्येक नारी अपने तीनों आयाम (तन-मन-धन) के साथ चौथे आयाम टेक्नोलॉजी की ओर अपने गुणों से नित नए सृजन करें। केशर की भांति अपने अनुभवों की सुगन्ध को चारों ओर फैलाएं।
सफर संकल्प से सफलता की ओर में सीमा बोथरा ने महिला मण्डल द्वारा आयोजित उत्थान-एग्जीविशन को सराहनीय कदम बताते हुए आभार ज्ञापित किया। मण्डल-बहिनों द्वारा महासती सरदारांजी पर आधारित एक लघु नाट्य के माध्यम से उस समय के पुरुष प्राधान्य व रूढ़ी़वादी समाज में एक नारी द्वारा दृढ़ संकल्पित होकर अपने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए कई कसौटियों को पार कर मंजिल प्राप्त करना दर्शाया गया।
सेवा केन्द्र व्यवस्थापिका साध्वी कीर्तिलता ने अपने प्रेरणा-पाथेय में नारी को लक्ष्मी, सरस्वती व दुर्गा के प्रतीक में विमान चालक सरला ठुकराल, प्रथम महिला अन्तरिक्ष यात्री कल्पना चावला, झांसी की रानी लक्ष्मीबाई, महिला प्रधानमंत्री इन्दिरा गांधी आदि की तरह बनकर सम्पूर्ण महिला जाति का नाम रोशन करते हुए जैन धर्म की सोलह महासतीयाँ व तेरापंथ की आठों महासतियों के जीवन से गुणों को अपनाकर स्वयं का, परिवार, समाज व देश के उत्थान में योगभूत बनने की प्रेरणा दी। मण्डल की ओर से शान्ता नवलखा का सम्मान किया गया।
मण्डल संरक्षिका नयनतारा ने नारी शक्ति में स्वयं से स्वयं में झांककर सफल बनने का जुनून जगाया। नवलखा का परिचय सुषमा छलाणी व सम्मान पत्र का वाचन खुश्बू चौपड़ा द्वारा किया गया। कन्यामण्डल संयोजिका योगिता भूरा ने कविता के माध्यम से शुभकामनाएं प्रेषित की गई।
मण्डल मंत्री कविता चौपड़ा ने आभार जताया। इसमें लगभग 200 श्रावक श्राविकाओं की उपस्थिति कार्यक्रम की शोभा बढ़ा रही थी। कार्यक्रम के तहत चार जरूरतमन्द बहिनों को सरिता चौपड़ा, संगीता सामसुखा, सरोजदेवी सामसुखा के आर्थिक सौजन्य से एक सिलाई मशीन, दो पीको मशीन व एक को ब्यूटी पार्लर सामग्री भेंट की गई। संचालन रूचि छाजेेड़ ने किया गया।





