बीकानेर abhayindia.com विधानसभा में गुरुवार को बजट पर बोलते हुए लूणकनसर विधायक सुमित गोदारा ने इसे थोथी घोषणाओं का पिटारा बताया।
उन्होंने कहा कि राजस्थान सरकार का यह चौथा बजट है, लूणकरणसर विधानसभा का बजट में नाम तक नहीं आया, यह बजट केवल कांग्रेस व सरकार को समर्थन देने वाले निर्दलीय व समर्पित कांग्रेस पार्टी के प्रति विधायकों के लिए है।
विधायक सुमित गोदारा ने कहा कि चिकित्सा व स्वास्थ्य सेवाओं में बीकानेर संभाग के सबसे बड़े हॉस्पिटल व मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक,प्राचार्य जैसे पद पर स्थाई नियुक्ति नहीं होना गंभीर विषय है, चिरंजीवी योजना का अस्पतालों को अभी तक सरकार भुगतान नहीं दे पा रही है, जिससे गरीब मरीज लोगों को इलाज के लिए अस्पताल मना कर देते हैं । इससे बड़ी शर्मनाक बात क्या हो सकती है?
पीबीएम हॉस्पिटल में डॉक्टर व एएनएम का पद खाली पड़ा है, इस बजट में उनका कोई प्रावधान नहीं देखा गया। लूणकरणसर कस्बे व विधानसभा क्षेत्र के गांव में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नहीं खोले गए। कोई उप स्वास्थ्य केंद्र नहीं खोले, बीकानेर में कांग्रेस के तीन-तीन मंत्री होते हुए भी स्वास्थ्य सेवाओं को अनदेखा किया गया।
सड़कों की देखे तो लूणकरणसर विधानसभा में ही नहीं पूरे राजस्थान में गांवो विकास पथ की 2 वर्ष पूर्व घोषणा की गई व प्रस्ताव मांगे गए पर अब बंद कर दिए गए। केवल घोषणा मात्र बनकर रह गई जिससे ग्रामीण वासियों को निराशा हाथ लगी।
इन 3 वर्षों के कार्यकाल में बीकानेर शहर में 36 सडकों की घोषणा पूर्व के बजट में की गई पर मात्र आठ रोड ही बन पाई यह सरकार की नाकामी को दर्शाता है। पूर्ववर्ती बजट में प्रत्येक जिले में तीन महत्वपूर्ण सड़कों की घोषणा बीकानेर के लिए भी थी पर बजट के अभाव में नहीं बनी वह अब यूआईटी ऋण लेकर बनाएगी।
यह केवल घोषणा मात्र ही है। बीते बजट में लूणकरणसर विधानसभा में 10 ट्यूबवेल बनाने थे पर अभी तक एक भी नहीं बना। ग्रामीणों को पेयजल संबंधी समस्या का सामना करना पड़ता है। कांग्रेस सरकार ने बजट में 14 नवीन नगर पालिका की घोषणा की है परंतु लूणकरणसर व नापासर को नगर पालिका बनाने से वंचित रखा।
विकास के प्रति कांग्रेस का कभी सकारात्मक रवैया रहा ही नहीं रहा।
विधायक सुमित गोदारा ने कहा की कानून व्यवस्था लचर है जिससे लूणकरणसर में जगह जगह शराब की अवैध दुकानें खुली हुई है व युवा पीढ़ी के भविष्य को अंधकार में कर रही है। विधायक सुमित गोदारा ने कहा कि स्कूलों को क्रमोन्नत करने की घोषणा आपने कर दी पर स्कूलों में बच्चों के बैठने के लिए कक्षा कक्ष के निर्माण के लिए केवल मात्र बजट दिया गया जिससे क्या होगा बच्चे कहां बैठेंगे वह सुविधाओं का भी अभाव होगा।
बहुत गांव में पांचवी तक की स्कूले हैं, उनको उच्च प्राथमिक विद्यालय में क्यों नहीं क्रमोन्नत किया गया गया। जिससे बच्चे शिक्षित हो सके। सरकार ने 19 जिलों में 36 कन्या महाविद्यालय खोलने की बात की परन्तु नापासर जैसे कस्बे में भामाशाह की ओर से गल्र्स कॉलेज भवन बनाकर देने की बात कही पर सरकार ने अनुमति नहीं दी जिससे कांग्रेस सरकार शिक्षा का क्या सोच पाएगी।
बीकानेर जिले में बीते 3 साल से सरकारी कॉलेज में कोई नए कक्षा कक्ष व पीजी क्लास केवल कोलायत को छोड़कर कहीं शुरुआत नहीं की गई, यह कांग्रेस सरकार की शिक्षा के प्रति नकारात्मक रवैए को दर्शाता है। सरकार ने औद्योगिक विकास की बात की। लूणकरणसर में ग्रीन एक्सप्रेस कोरिडोर विकास की असीम संभावनाएं हैं। घोषणा करते वक्त कालू नोरंगदेसर करते जिससे क्षेत्र का विकास भी होता, रीको औद्योगिक क्षेत्र वहां पर खोल सकते थे रीको औद्योगिक क्षेत्र का विकास कर सकते थे, सरकार को केवल घोषणा मात्र करनी है ना कि कार्य।
गोदारा ने कहा कि बीकानेर जिले से 3 मंत्री हमारे हैं, 6 घंटे बिजली कृषि कुआं पर समय पर नहीं मिल पाती, खंभों के अभाव में नए कृषि कनेक्शन अभी तक लंबित पड़े हैं तो यह किसानों का क्या बजट होगा जिससे किसान ही परेशान है। कांग्रेस सरकार ने कभी किसानों का भला सोचा ही नहीं।