







जयपुर Abhayindia.com रीट परीक्षा 2021 के पेपर लीक मामले की सीबीआई से जांच कराने की मांग कर रहे भारतीय जनता युवा मोर्चा कार्यकर्ताओं को पुलिस ने दौड़ा–दौड़ाकर पीटा। मुख्यमंत्री के आवास पर कूच करते समय कार्यकर्ताओं पर जमकर लाठियां बरसाईं गई। ये कार्यकर्त्ता भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया के नेतृत्व में प्रदर्शन करने पहुंचे थे। कार्यकर्ताओं को पुलिस ने सिविल लाइंस फाटक से पहले ही रोक दिया। आंदोलनकारियों के बैरिकेड्स पर चढ़ने पर पुलिस ने लाठियां मारकर खदेड़ दिया। सतीश पूनिया, युवा मोर्चा अध्यक्ष हिमांशु शर्मा समेत कई युवा मोर्चा कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। बताया जा रहा है कि दो दर्जन से ज्यादा कार्यकर्ता घायल हुए हैं।
आपको बता दें कि पेपर लीक मामले का तार राजीव गांधी स्टडी सर्किल से जुड़ने के बाद भाजपा इस मुद्दे पर सरकार पर ज्यादा हमलावर हो गई है। सतीश पूनिया ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस सरकार की कमजोर शासन व्यवस्था के कारण बार–बार युवाओं के सपनों पर पानी फिर रहा है। रीट परीक्षा से पहले कॉन्स्टेबल, लाइब्रेरियन, जेईएन जैसी परीक्षाओं के भी पेपर लीक हुए थे, लेकिन ज्यादातर मामलों में कार्रवाई नहीं की गई। पेपर लीक मामले में 36 आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद भी सरकार पेपर लीक नहीं मान रही। इसलिए इस षड्यंत्र में सरकार के प्रमुख लोगों के शामिल होने से इनकार नहीं किया जा सकता है। इसी मामले की सीबीआई जांच की मांग करते हुए भारतीय जनता युवा मोर्चा ने प्रदर्शन किया।
भारतीय जनता युवा मोर्चा प्रदेशाध्यक्ष हिमांशु शर्मा ने कहा कि रीट पेपर लीक की सीबीआई से जांच की मांग लगातार की जा रही है। इसके बावजूद सरकार के कान पर जूं नहीं रेंग रही है। अलग–अलग संभाग मुख्यालयों और जिला मुख्यालयों पर धरने–प्रदर्शन किए जा रहे हैं। अब तक की जांच से स्पष्ट है कि इस भ्रष्टाचार में बड़े लोगों की मिलीभगत है। केवल दो–तीन प्यादों की गिरफ्तारी कर भ्रष्टाचार में डूबी सरकार असली गुनाहगार को बचाने की कोशिश कर रही है।



