Friday, May 17, 2024
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गोचर के लिए निकली समर्थन यात्रा, विमर्शानंद महाराज ने कहा- जरूरी हुआ तो संत समाज जयपुर, दिल्ली भी जाएगा…

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बीकानेर Abhayindia.com गोचर, ओरण व चारागाह की जमीन पर कब्जों को नियमन करने के राज्य सरकार के फैसल के बाद से बीकानेर में पूर्व मंत्री देवी सिंह भाटी शरह नथानिया गोचर भूमि में चल रहे बेमियादी धरने को आमजन का व्‍यापक समर्थन मिल रहा है। धरने की गूंज अब प्रदेश के शहरों व गांवढाणियों तक सुनाई दे रही हैं। राज्य सरकार के गोचर में पट्टे देने के आदेश से आहत देश भर के साधुसंत अपनी नाराजगी जताने के लिए पूर्व मंत्री देवी सिंह भाटी से सम्पर्क कर धरना स्थल पर पहुंच रहे हैं।

बीकानेर में युवाओं ने गोचर आन्दोलन के समर्थन में युवा समर्थन यात्रा शहर के विभिन्न क्षेत्रों में निकाल कर गोमाता के प्रति जन जागरण का संदेश दिया। धरना स्थल पर विभिन्न समाजों व संस्थाओं के पदाधिकारियों का आकर भाटी को समर्थन देने का सिलसिला जारी रहा। ग्रामीण क्षेत्रों से भी जनप्रतिनिधि व आमजन गोमाता के प्रति अपनी आस्था प्रकट करने के लिए अपने साधनों से धरना स्थल पर पहुंच रहे हैं।

भाटी के प्रवक्ता सुनील बांठिया ने बताया कि मंगलवार दोपहर सवा बारह बजे गोकुल सर्किल से यूथ फाउंडेशन ऑफ बीकानेर के बैनर तले समर्थन यात्रा का आगाज हुआ। सैकड़ों की तादाद में उत्साही युवा अपने हाथों में तिरंगा , तख्तियों व झण्डियां लिए हुए बच्चाबच्चा गोचर भूमि के काम का, गोभक्त देवी सिंह भाटी तुम संघर्ष करो हम तुम्हारे साथ है, गोचर, ओरण बचाओ देश बचाओ सरीखे नारे लगाते हुए शहर के विभिन्न मार्गों गांकुल सर्किल से रवाना होकर धर्मनगर द्वारा स्वामी मौहल्ला, बीके स्कूल, जस्सुसर गेट, विश्वकर्मा गेट, एमएम ग्राऊण्ड चौराहा, मुरलीधर व्यास नगर से सरह नथानियान गोचर भूमि धरना स्थल पहुंचे। समर्थन यात्रा का विभिन्न मागों पर चांदरतन सांखला, भोमराज जाट व नत्सर बास के धर्म परायण लोगों ने पुष्प वर्षा कर अभिनन्दन किया समर्थन यात्रा के धरना स्थल पर पहुंचने पर युवा नेता अंशुमानसिंह भाटी व समाजसेवी देवकिशन चांडक के साथ उपस्थित गांभक्तों ने युवाओं पर पुष्पवर्षा कर उनका उत्साहवर्धन किया।

यूथ फाउंडेशन ऑफ बीकानेर की टीम संयोजक दिनेश ओझा, देवेंद्र पंवार, अरुण कल्ला, विजेंद्र पंवार, तेजकरण गहलोत, धनराज पंवार, विजय पाईवाल, हेमन्त शर्मा, मुकेश सारस्वत, विजयसिंह सिरकाली, दिनेश खत्री, मुकेश बापेऊ, गोपाल व्यास, दिनेश सांखला, विजय उपाध्‍याय, भाजयुमो देहात अध्यक्ष जसराज सिंवर, हरिसिंह बड़गुजर, जुगल राव, अरविंद व्यास, शुभम आचार्य, अभिषेक पंवार, कुलदीप सोढा, सोलेज खान, करन मारू सहित युवक शामिल हुए। धरना स्थल पर जैसे ही युवाओं का हुजुम पहुंचा जोरदार नारों के साथ स्वागत किया गया।

इस अवसर पर युवाओं को पूर्व मंत्री देवी सिंह भाटी ने सम्बोधित करते हुए कहा कि अंग्रेजों ने भारतीय संस्कृति के तहस नहस करने के लिए उसके मूल आधार पर चोट की थी वो थी हमारी देशी गाय बाद की सरकारों ने भी अंग्रेजों का ही अनुसरण किया व उन नियमों को यथावत रख लिया। जिसका नतीजा यह हुआ कि देशी गाय दुर्लभ हो गयी जो काम सदियों तक नहीं हुआ उसे पहले अंग्रेजों ने व बाद में हमारी सरकारों ने कर दिया। आजादी के बाद जिस तरह से गोचर, ओरण, चारागाह की जमीनों को पिछले रास्ते से अपने काम में लेती रही लेकिन, गोचर के उतनी भूमि उन्होंने कभी नहीं छोड़ी। समाज ने समय रहते इनका विरोध नहीं किया तो सरकारों की हिम्मत बढ़ी व अब तो ये खुलेआम पट्टे काटने का कानून बना रहे हैं। हमारे लोक देवता भी गोसेवा ही करते रहे हैं। हमें उनका अनुसरण करते हुए हमारी भी जिम्मेवारी बनती है कि हम उस काम को निरन्तर जारी रखें। भाटी ने जानकारों दी कि हरिद्वार, दिल्ली सहित देश के विभिन्न प्रदेशों से साधुसंत, गोप्रेमी मुझसे सम्पर्क कर अपना समर्थन जता रहे हैं।

धरना स्थल पर स्वामी सोमगिरी महाराज के उत्तराधिकारी शिवबाड़ी मंहत विमर्शानंद महाराज धरना स्थल पर पहुंच कर पूर्व मंत्री देवी सिंह भाटी को इस पुनित कार्य के लिए आशीर्वाद दिया। इस अवसर पर विमर्शानंद ने कहा गोचर बचाना सब का दायित्व हैं। उन्होंने कहा कि गोचर है तो गाय है, गाय है तो सनातन धर्म, धर्म है तभी हिन्दुस्तान हैं। महंत ने कहा सरकार, समाज, सन्यासी व आमजन की भागीदारी से ही गोचर को बचाना सम्भव हैं। उन्होंने कहा कि यह धरना समाज की जागरूकता व सरकार की नीतियों के खिलाफ उठाया गया सकारात्मक कदम हैं। संत समाज गोचर बचाओ के इस यज्ञ में अपनी आहुति देगा जरूरत होने पर जयपुर, दिल्ली में भी धरना देने पड़े तो संत समाज पीछे नहीं हटेगा।

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