








बीकानेरAbhayindia.com नई पेंशन योजना हटाने और पुरानी फिर से लागू किए जाने की मांग को लेकर बुधवार को प्रदर्शन कर्मचारियों ने प्रदेश व्यापी आह्वान पर कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया।
इस दौरान कार्मिकों ने पुरानी पेंशन योजना फिर से लागू किए जाने की पूरजोर ढंग से मांग उठाई। वक्ताओं ने कहा कि हर वर्ग के कार्मिकों को पुरानी पेंशन ही चाहिए, तो सरकार नई पेंशन योजना को वापस लें, क्योंकि यह सरकार ने इस काले कानून की अधिसूचना जारी कर लाखों कर्मचारी पर कुठाराघात किया है। पुरानी पेंशन छीन कर एनपीएस के साथ जोड़ दिया गया है।
संवेदनशील मुद्दा है…
पुरानी पेंशन बहाली राष्ट्रीय आंदोलन के प्रदेश अध्यक्ष कोजाराम सियाग ने अभय इंडिया के साथ बातचीत में बताया कि केन्द्र सरकार ने पेंशन छीनकर एनपीएस चलाई है, यह किसी तरह की पेंंशन नहीं है, आज रिटार्यड होने वाले कर्मचारियोंं की पेंशन नहीं बन रही है, इसमे देश 27 से अधिक राज्यों में इसके खिलाफ आंदोलन हो रहा है, आज प्रदेश में भी चार लाख कार्मिक प्रदर्शन कर रहे हैं, 22 दिसंबर 2003 की अधिसूचना की होली जलाई जाएगी। सरकार ने यह मांग नहीं मानी तो आंदोलन तेज करेंगे। यह संवेदनशील मुद्दा है।
यह भी हुए शामिल…
विरोध प्रदर्शन में राजस्थान प्रगतिशील शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष आनंद पारीक ने कहा कि हमारी जेब पर सीधे तौर पर डाका डाला गया है। राजस्थान राज्य के सभी कर्मचारी वर्ग इस विरोध प्रदर्शन में भाग ले रहे हैं। प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुभाष आचार्य, यतीश वर्मा, भगतसिंह शिक्षक संघ के किशोर पुरोहित, शिक्षक संघ शेखावत के श्रवण पुरोहित सहित विभिन्न कर्मचारी संगठनो से जुड़े कार्मिकों ने रोष जताते हुए विरोध प्रदर्शन किया।





