








जयपुर abhayindia.com जलदाय एवं ऊर्जा मंत्री डॉ. बी. डी. कल्ला ने शुक्रवार को बीकानेर के गांव तेजरासर में नवनिर्मित ट्यूबवेल का जयपुर से वर्चुअल माध्यम से उद्घाटन किया। इस मौके पर अपने सम्बोधन में डॉ. कल्ला ने कहा कि जो लोग समाज के लिए नि:स्वार्थ भाव से काम करते है, उनका ही नाम होता है। हमारे शास्त्रों में बताया गया है कि तर्पण करने पर व्यक्ति की तीन पीढ़ियां, कुआ—बावड़ी बनवाने पर सात पीढ़ियां और मंदिर बनवाने पर 21 पीढ़ियां तर जाती है। इसी प्रकार वृक्ष लगाकर उसे पोषित करने पर बच्चे को पालने का पुण्य प्राप्त होता है। तावणियां परिवार ने तेजरासर गांव में सार्वजनिक हित में ट्यूबवैल का निर्माण कराकर बड़े पुण्य का कार्य किया है, इससे अन्य लोगों को प्रेरणा मिलेगी।
डॉ. कल्ला ने कहा कि सज्जन लोग अपनी विद्या, धन और शक्ति का उपयोग पीड़ित मानवता की सेवा में करते है। ऐसा ही उदाहरण तावणियां परिवार ने प्रस्तुत किया है। उन्होंने गांव के सभी निवासियों को बधाई देते हुए लोगों की समस्याओं के सम्बंध में आश्वस्त किया कि इस बारे में सम्बंधित विभाग के अधिकारियों को निर्देशित कर उचित कार्यवाही कराई जाएगी।
इस ट्यूबवेल का निर्माण स्व. रामनारायण तावणियां की पुण्य स्मृति में उनके पुत्र महावीर तावणियां द्वारा कराया गया है। तावणियां परिवार द्वारा 13 लाख रुपये की लागत से एक कमरे सहित ट्यूबवैल के साथ सभी आवश्यक उपकरण लगाकर गांव वालों को समर्पित किया गया है।
वर्चुअल कार्यक्रम से ओमप्रकाश, पूनमचंद और राजस्थान समाचार पत्र सम्मेलन के उपाध्यक्ष और वरिष्ठ पत्रकार मोहन शर्मा के अलावा स्थानीय जनप्रतिनिधि और गांव के गणमान्य नागरिक जुडे।
जलदाय मंत्री ने डॉ. पनगड़िया के निधन पर शोक जताया
जयपुर abhayindia.com जलदाय एवं ऊर्जा मंत्री डॉ. बी. डी. कल्ला ने प्रसिद्ध न्यूरोलॉजिस्ट पद्मश्री डॉ. अशोक पनगड़िया के निधन पर गहरा शोक जताया है। डॉ. कल्ला ने अपने संवेदना संदेश में कहा कि डॉ. पनगड़िया अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त चिकित्सक थे। उन्होंने अपनी विशेषज्ञ चिकित्सा सेवाओं से हजारों रोगियों को स्वास्थ्य लाभ प्रदान किया। राज्य आयोजना बोर्ड के सदस्य के रूप में भी उन्होंने अपने अनुभव का लाभ प्रदेश की प्रगति में दिया। उनका निधन प्रदेश के लिए अपूरणीय क्षति है। जलदाय एवं ऊर्जा मंत्री ने ईश्वर से दिवंगत की आत्मा को चिर शांति और उनके परिजनों व शुभचिंतकों को यह दुःख सहन करने की शक्ति देने की प्रार्थना की है।





