








बीकानेर abhayindia.com देश और दुनिया में विशिष्ट पहचान और प्रतिष्ठा रखने वाले राजस्थानी समाज को एक मंच पर एकजुट करके राजस्थानी भाषा, साहित्य और संस्कृति को विश्व के फलक तक पहुंचाने के ध्येय से साहित्य अकादेमी से पुरस्कृत कवि-आलोचक डॉ. नीरज दइया ने ‘अंतर्राष्ट्रीय राजस्थानी समाज’ का गठन किया गया है।
डॉ. दइया ने बताया कि इस मंच के माध्यम से राजस्थानी भाषा और साहित्य की उपलब्धियों के साथ ही राजस्थानी की समृद्ध संस्कृति को रेखांकित करते हुए उसे अंतर्राष्ट्रीय स्तर तक पहुंचाने की कोशिश की जाएगी।
‘अंतर्राष्ट्रीय राजस्थानी समाज’ के संस्थापक अध्यक्ष डॉ. नीरज दइया ने बताया कि कोरोना काल में लॉक डाउन की स्थितियों में सभी अपने अपने घरों में हैं, ऐसे संकट के समय में देश विदेश में फैले राजस्थानी समाज को ऑनलाइन जोड़ा जाकर उन्हें राजस्थान और राजस्थानी साहित्य – संस्कृति से रूबरू करवाया जाएगा। इसके लिए ‘अंतर्राष्ट्रीय राजस्थानी समाज’ का फेसबुक पर एक पेज और समूह निर्मित किया गया है।
उन्होंने बताया कि वर्तमान में राजस्थानी समाज द्वारा दूर दराज में बहुत कार्य हो रहा है किंतु उसे एक जगह देखने दिखाने का कोई मंच नहीं होने से उनका समग्र मूल्यांकन और इंद्राज नहीं हो पाता, जिससे अनेक उपलब्धियां समाज के सामने आने से वंचित रह जाती है। ‘अंतर्राष्ट्रीय राजस्थानी समाज’ इसी कार्य को गंभीरता से करने के लिए संकल्पबद्ध है। इसे फेसबुक पर खोजने के लिए लिंक है- www.facebook.com/internationalrajasthanisociety/





