बीकानेर abhayindia.com बीकानेर से सोमवार को सेवानिवृत्त हुए जिला न्यायाधीश राजेंद्र कुमार पारीक ने कहा है कि न्यायाधीश की कुर्सी पर पहुंचे व्यक्ति मे घमंड नही होना चाहिए। पारीक यह कहते हुए भावुक हो गए, उन्होंने कहा कि न्यायालय में पीड़ित और प्रताड़ित व्यक्ति ही आता है। उसे विधिसम्मत समय पर न्याय देने के समुचित प्रयास करने चाहिए। यह शब्द आर.के. पारीक ने कर्मचारियों द्वारा उनके सम्मान में राजभोग रिसोर्ट पर विदाई समारोह में कहे।
पारीक ने कहा की न्यायिक कर्मचारियों को प्रेम और भाईचारे से रहते हुए कोर्ट मे आने वाले व्यक्तियों को संवेदनशीलता से अपने स्तर पर सहयोग करना चाहिए। उन्होंने नकल शाखा मे किए सुधारों की चर्चा करते हुए कहा कि समय पर नकल मिलने पर संम्बन्धित व्यक्ति न्याय की पहली सीढी पार करने जैसा महसूस करता है। न्यायालय से प्रमाणित नकल की महत्वपूर्ण उपयोगिता होती है।
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न्यायिक कर्मचारी संघ के प्रान्तीय प्रतिनिधि अविनाश आचार्य ने कहा कि पारीक ने हनुमानगढ़, झालावाड़ और बीकानेर के जिला न्यायाधीश रहते हुए लगभग सभी कर्मचारियों को सन्तुष्ट किया। 30 सितम्बर को जिला एवं सेशन न्यायाधीश राजेन्द्र कुमार पारीक सेवानिवृत्त होने पर एक शानदार विदाई पार्टी का आयोजन किया गया। बीकानेर न्यायिक कर्मचारियों के साथ-साथ हनुमानगढ़, जयपुर, श्रीगंगानगर आदि के कर्मचारी तथा बार अध्यक्ष तथा अधिवक्ता भी शामिल हुए।