








जयपुर abhayindia.com बजरी से भरे वाहनों से वसूली के मामले में बीते 4 माह से फरार चल रहे तत्कालीन थानाप्रभारी पीपलू (जिला टोंक) विजेंदर सिंह गिल ने शुक्रवार को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो जिला यूनिट अजमेर के समक्ष समर्पण कर दिया। एसीबी ने गत 16 मई को बजरी से भरे प्रति ट्रक तीन हजार रुपए वसूली करने का मामला खुलासा किया था।
एसओजी की जांच में सामने आया था कि तत्कालीन थानाप्रभारी पीपलू वीजेंदर सिंह कांस्टेबल कैलाश जाट के जरिए रात को बजरी के ट्रक निकलवाने के एवज में प्रति ट्रक तीन हजार रुपए लेता है। एसीबी ने कांस्टेबल कैलाश को 6000 रुपए लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया था। टोंक एसीबी ने आरोपी कैलाश से मौके पर ही ट्रकों से वसूली की गई 1.46 लाख रुपए रकम भी बरामद की थी।
जांच में सामने आया था कि थानाप्रभारी विजेंद्र सिंह गिल ने कांस्टेबल कैलाशचंद जाट को वसूली के नियुक्त कर रखा था। वह रातभर बजरी के ट्रकों से सिर्फ वसूली का काम करता था। वसूली में से कुछ राशि थानाप्रभारी उसे भी देता था। जानकारी के अनुसार थानाधिकारी की उस समय एक रात की कीमत लगभग 70 हजार से एक रुपए मानी गई थी।





