बीकानेर abhayindia.com अल्पसंख्यक मामलात, वक्फ एवं जन अभियोग निराकरण विभाग, मंत्री एवं जिला प्रभारी मंत्री सालेह मोहम्मद ने शुक्रवार को मदरसा सुलेमानी संस्था, मोहल्ला व्यापारियान, बीकानेर में मदरसा आधुनिकीकरण योजनान्तर्गत जिले के 36 मरदसों में अध्ययनरत बालकों के लिए राजस्थान मदरसा बोर्ड की ओर से विभिन्न सामग्री ड्यूलडेस्क, (फर्नीचर), बैग, टीएलएम आदि का वितरण किया।
इस सम्बंध में आयोजित समारोह के मुख्य अतिथि के रूप में जिला प्रभारी मंत्री सालेह मोहम्मद ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मदरसों को वैधानिक दर्जा दिलाने जा रहे है। इसके लिए जल्द ही एक बिल लाया जाएगा, जब बिल पारित हो जायेगा तो मदरसों के तमाम कार्य इस एक्ट के अनुसार होंगे। मदरसों के नियम बन जायेंगे और सरकार की ओर से इनके सुदृढ़ीकरण हो सकेगा। राज्य सरकार द्वारा बिल का ड्राफ्ट तैयार कर लिया गया है।
सालेह मोहम्मद ने कहा कि राज्य सरकार मदरसों में अध्ययनरत विद्यार्थियों की सुविधाओं के लिए कोई कमी नहीं छोड़ेगी। उन्हें बेहतरीन शिक्षा मिले इसके लिए संसाधान उपलब्ध कराये जा रहे हैं। जिन मदरसों मे मदरसा पैरा टीचर अधिक है, समानीकरण कर, उन्हें अन्य मदरसों में भेजा जायेगा। साथ ही जिन मदरसों में कम्प्यूटर नहीं है, उनमें कम्प्यूटर के लिए बजट दिया जायेगा। मदरसों में स्मार्ट रूम बनाने तथा स्पोटर्स सामग्री दी जायेगी। इसके लिए विभाग ने व्यवस्था की है। सभी मदरसे खेल सामग्री प्राप्त करने के लिए आवश्यकतानुसार प्रस्ताव बनाकर भिजवाएं।
समारोह की अध्यक्षता करते हुए खाजूवाला विधायक गोविन्द मेघवाल ने कहा कि आज वही समाज आगे बढ़ेगा, जो शिक्षित होगा। शिक्षा के बिना इंसान की कोई गति नहीं। उन्होंने बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर का उदाहरण देते हुए कहा कि उस जमाने में सीमित साधन थे। प्रतिकूल परिस्थितियां होते हुए भी बाबा भीमराव अम्बेडकर शिक्षा की बदौलत महान व्यक्ति बने। सुविधाओं के अभाव का बहाना बनाकर, अपने बच्चों को शिक्षा से वंचित ना रखे। शिक्षा से जहां एक और बच्चा संस्कारित बनता है, वहीं दूसरी और उसमें अपने समाज व देश के प्रति कर्तव्यों का ज्ञान होता है। इसलिए हमें अपने बच्चों को संस्कारित बनाना है। इनमें देशभक्ति का ज़ज्बा पैदा करना है। उन्होंने कहा कि खाजूवाला विधानसभा क्षेत्र में अल्पसंख्यक समुदाय के बच्चों की शिक्षा के लिए आवश्यक संसाधन सुलभ करवाएं जायेंगे। विधायक कोटे से सड़क, बिजली, सहित मूलभूत सुविधाएं सुलभ करवाई जायेगी।
इस अवसर पर नगर निगम के पूर्व महापौर मकसूद अहमद ने नगर विकास न्यास द्वारा पूर्व में स्वीकृत अल्पसंख्यक छात्रावास का निर्माण करवाने, यूआईटी द्वारा पूर्व में 13 समाजों के लिए भवन के लिए स्वीकृति भूमि का आवंटन करने, ऊर्दू पैराटीचर को नियमित करने अथवा उनका मानदेय 20 से 25 हजार करने की मांग की। उन्होंने कहा कि नगर विकास न्यास ने रानी बाजार के पुल के किनारे 30 साल पुराने कब्रिस्तान की भूमि की निशानदेही करवाई जाए। साथ ही पूर्व में इसमें नगर विकास ने मुसाफिर खाने का निर्माण शुरू किया था, जिसका लगभग 80 प्रतिशत काम पूरा हो गया था, परन्तु यह कार्य अब बंद है। उन्होंने कहा कि इस मुसाफिर खाने का कार्य पूरा करवाया जाए, जिससे अल्पसंख्यक समाज को इसका लाभ मिल सके। इस पर अल्पसंख्यक मामलात मंत्री ने आश्वस्त किया कि उनकी इन मांगों पर राज्य सरकार सकारात्मक निर्णय लेगी।
जिला अल्पसंख्यक अधिकारी शहजाद अहमद ने अतिथियों का स्वागत किया और विभागीय गतिविधियों की जानकारी दी। परियोजना अधिकारी नबाव अली ने आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर मौहल्ला व्यापारियान की ओर से अध्यक्ष जहरूद्दीन मंत्री का साफा पहनाकर स्वागत किया। समारोह की शुरूआत तिलावते कुरान व नाते पाक के साथ हुई। कार्यक्रम में जियाउर रहमान, पूर्व पार्षद हारूण राठौड़, नेता प्रतिपक्ष निगम जावेद पडिहार, सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के पूर्व सहायक निदेशक मोहम्मद सलीम, साजिद सुलेमानी, अब्दुल मजीद सहित अल्पसंख्यक समुदाय के गणमान्य व्यक्ति एवं जिले के पंजीकृत मदरसों के सदर सचिव उपस्थित थे।