Thursday, January 16, 2025
Hometrendingबीकानेर : भाजपा के खिलाफ सत्ता विरोधी माहौल से कांग्रेस उत्साहित

बीकानेर : भाजपा के खिलाफ सत्ता विरोधी माहौल से कांग्रेस उत्साहित

Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad

मुकेश पूनिया/बीकानेर (अभय इंडिया न्यूज)। विधानसभा चुनावों के महासंग्राम में इस बार बीकानेर शहर की दोनों सीटों पर सत्ता विरोधी लहर का असर देखने को मिल रही है, इससे भाजपा के हौंसले पस्त है वहीं कांग्रेस में उत्साह का संचार है। जानकारी में रहे कि दशकभर पहले परिसीमन के बाद अस्तित्व में आई बीकानेर पूर्व और बीकानेर पश्चिम सीट पर पिछले दो विधानसभा चुनावों  से भाजपा का कब्जा है। हालांकि दोनों ही सीटों को भाजपा का गढ़ माना जाता है, लेकिन अबकी बार सत्ता विरोधी लहर के असर से दोनों सीटों पर भाजपा के तटस्थ वोट ही हिलते नजर आ रहे है, जिसे भाजपा के लिये सबसे बड़ा चुनावी खतरा माना जा रहा है।

बीकानेर पश्चिम विधानसभा के चुनावी रण में तीसरी बार डॉ. गोपाल कृष्ण जोशी को मैदान में उतारा है। हालांकि चुनावों की घोषणा होने से पहले तक विधायक डॉ. गोपाल कृष्ण जोशी अपने स्वास्थ्य में गिरावट को देखते हुए चुनाव नहीं लडऩा चाहते थे, लेकिन कोई दमदार दावेदार नहीं मिलने पर भाजपा को आखिरकार डॉ. गोपाल कृष्ण जोशी को मैदान में उतारना पड़ा। वहीं कांग्रेस ने इस सीट से अपने कद्दावर नेता डॉ. बी. डी. कल्ला पर भरोसा जताया है। साल 2008 के चुनावों में सत्ता विरोधी लहर तथा 2013 के विधानसभा चुनावों मेें मोदी लहर के कारण शिकस्त खा चुके डॉ. बी. डी. कल्ला ने इस बार चुनावों में अपनी समूची ताकत झोंक दी। जबकि सत्ताविरोधी माहौल को देखते हुए भाजपाई रणनीतिकार जबरदस्त पशोपेश में फंसे है।

वहीं निर्दलीय प्रत्याशी के तौर में मैदान में उतरे गोपाल गहलोत भी इस बार कांग्रेस और भाजपा के वोट बैंक पर बड़ी सैंधमारी करते दिख रहे है। संघर्षशील नेता होने के कारण शहर में पिछड़े और दलित इलाकों में गोपाल गहलोत का जबरदस्त क्रेज देखने को मिल रहा है। चुनावी विश्लेषक भी यही मान रहे है कि बीकानेर पश्चिम में भाजपा-कांग्रेस की सीधी टक्कर में निर्दलीय गोपाल गहलोत भाजपा के लिये सबसे बड़ा खतरा है।

गहलोत के दौरे के बाद बीकानेर पूर्व और बीकानेर पश्चिम में बढ़ी सक्रियता

निर्दलीय ताल ठोक रहे युधिष्ठर सिंह भाटी भाजपा से निष्कासित

Ad Ad Ad Ad Ad Ad
Ad
- Advertisment -

Most Popular