बीकानेर (अभय इंडिया न्यूज)। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के 10 अक्टूबर को प्रस्तावित बीकानेर दौरे के दौरान स्थानीय स्तर पर कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं के बीच चल रही गुटबाजी चौड़े आ सकती है। इसकी चिंता अब पार्टी के दिग्गज नेताओं को भी सताने लगी है। पार्टी में ऐसे कई नेता और कार्यकर्ता हैं जो संगठन में उचित मान-सम्मान नहीं मिलने की बात को लेकर राहुल गांधी के बीकानेर आगमन पर उनके समक्ष नाराजगी जता सकते हैं।
हाल में कांग्रेस में अपने पद से इस्तीफा देने वाले युवा नेता फिरोज भाटी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ता आगामी 10 अक्टूबर को अखिल भारतीय कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के प्रस्तावित बीकानेर के दौर के दौरान उनके समक्ष अपना रोष व्यक्त कर एक ज्ञापन देंगे। भाटी के कहा कि हमने पिछले 15 सालों से कांग्रेस के एक सच्चे सिपाही के रूप में हर समय पार्टी हित में काम किया है, सभी चुनावों में अपने बूथ एंव वार्ड स्तर पर पार्टी उम्मीदवार को हर वर्ग के मत दिलाने में अहम भूमिका निभाई, इसके बावजूद हमारी अनदेखी हो रही है। भाटी ने आरोप लगाते हुए कहा कि स्थानीय संगठन के नजर में धरातल स्तर पर काम करने सच्चे सिपाही का कोई मोल नही रहा है। आज या तो पुराने कांग्रेसी घर बैठने पर मजबूर हो रहे है या फिर अन्य विरोधी पार्टियों में जाने का मन बना रहे है।
भाटी ने दावा किया कि राहुल गांधी के बीकानेर आगमन पर अपना रोष व्यक्त करने वालो में उनके अलावा दलित नेता खेमचंद तेज़ी, हुसैन खिलजी, लाल सिंह राजपुरोहित, रसीद कोहरी, भीखाराम मेघवाल, तारिक सुलेमानी, शकील अहमद, संजय बिश्नोई, राजेंद्र सिंह बापेउ, एन. डी. कादरी, देवेंद्र कश्यप, मोहसीन खान, आमीर मुगल, सलाऊदीन अब्बासी, सैय्यद नोशाद अली, प्रकाश नायक, अजमल सिसोदिया, मोहम्मद अकरम, गोपाल सिंह राजपुरोहित, शहजाद भुट्टो आदि शामिल होंगे।
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