









जयपुर Abhayindia.com राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) की ओर से आयोजित परीक्षाओं में बिना वांछित योग्यता व अनुभव के आवेदन करने पर आयोग द्वारा आयोजित परीक्षाओं से डिबार किया जा सकता है। आयोग द्वारा डिबार किए गए अभ्यर्थियों की सूचना अन्य सरकारी भर्ती एजेंसियों के साथ भी साझा की जाती है। इस कारण ऐसे अभ्यर्थी उन परीक्षाओं से भी वंचित हो सकते हैं, जिसके लिए वे वास्तव में पात्र हैं। हालांकि अभ्यर्थियों के हितार्थ आयोग द्वारा आवेदन विदड्रा करने का अवसर अभ्यर्थियों को वर्तमान में दिया जा रहा है। इस पर भी अनेक अपात्र आवेदकों द्वारा लापरवाही बरतते हुए आवेदन विदड्रा नहीं किए जा रहे हैं। निर्धारित अवधि में आवेदन विदड्रा न करने पर अपात्र आवेदकों के विरुद्ध डिबार के साथ-साथ भारतीय न्याय संहिता 2023 की धारा 217 के अन्तर्गत भी कार्यवाही की जाएगी।
यह उल्लेखनीय है कि आयोग द्वारा माह अक्टूबर 2024 में असिस्टेंट प्रोफेसर (संस्कृत कॉलेज एजुकेशन) परीक्षा- 2024 अन्तर्गत ऐसे ही 14 अभ्यर्थियों के विरूद्ध न्यायालय अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट-संख्या 3, अजमेर में भारतीय न्याय संहिता 2023 की धारा 217 में परिवाद प्रस्तुत किया हुआ है।
इन भर्तियों में 9 जून तक आवेदन विदड्रा करने का मौका
भर्ती विज्ञापन दिनांक पद
सहायक परीक्षण अधिकारी 14 जून 2024 4
(सार्वजनिक निर्माण विभाग)
सहायक निदेशक 14 जून 2024 9
(विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग)
कनिष्ठ रसायनज्ञ (भू-जल विभाग) 14 जून 2024 1
उपाचार्य/अधीक्षक आईटीआई 1 जुलाई 2024 36
(कौशल नियोजन एवं उद्यमिता विभाग)
उप कारापाल (कारागार विभाग) 1 जुलाई 2024 73
सहायक मत्स्य विकास अधिकारी 2 सितंबर 2024 8
(मत्स्य विभाग)
समूह अनुदेशक/सर्वेयर/सहायक शिक्षुता सलाहकार ग्रुप-।। 2 सितंबर 2024 68
तकनीकी सहायक- भू भौतिकी (भू-जल विभाग) 27 सितंबर 2024 3
अनुसंधान सहायक (मूल्यांकन विभाग) 8 अक्टूबर 2024 26
बॉयोकेमिस्ट (चिकित्सा शिक्षा ग्रुप-। विभाग) 27 सितंबर 2024 13
सहायक विद्युत निरीक्षक (उर्जा विभाग) 2 अप्रेल 2025 9
कनिष्ठ रसायनज्ञ (जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग) 2 अप्रेल 2025 13
आईटी शाखा द्वारा विशेष सॉफ्टवेयर, एआई तकनीक से आवेदनों की जांच
आयोग की आईटी शाखा द्वारा विभिन्न भर्तियों के तहत प्राप्त ऑनलाइन आवेदनों की रेंडम जांच निरंतर की जा रही है। इसके लिए विभिन्न नवाचारों के साथ विशेष सॉफ्टवेयर एवं एआई तकनीक का प्रयोग किया जा रहा है। उक्त भर्तियों में प्राप्त आवेदनों की रैंडम/सेम्पल जांच में यह पाया गया कि अनेक आवेदकों के पास अनिवार्य योग्यता व अनुभव नहीं होने के उपरांत भी उनके द्वारा आवेदन किया गया है।
आपात्र होते हुए भी बीए पास जसवंत गरासिया ने भरे 3 फार्म
आवेदनों की जांच दौरान यह सामने आया कि अपात्र अभ्यर्थियों द्वारा अनर्गल रूप से विभिन्न भर्तियों में आवेदन किए गए हैं। इनमें से कई अभ्यर्थियों द्वारा 3-4 भर्तियों जिनकी वांछित शैक्षणिक योग्यता पूरी तरह भिन्न- भिन्न है, उनमें भी आवेदन किए गए हैं। ऐसे ही अभ्यर्थी जसवंत गरासिया पुत्र स्व. कामजी गरासिया निवासी ग्राम गराडिया, वार्ड नं. 4 पोस्ट महूडी वाया कालिंजरा तहसील सज्जनगढ, बांसवाड़ा़ तथा खैलेन्द्र प्रसाद पुत्र श्री रघुनाथ प्रसाद निवासी शीतला माता मंदिर के पास, रैगर मौहल्ला, सांभर लेक, जयपुर का प्रकरण भी आयोग द्वारा पकड़ा गया है। विभिन्न भर्ती परीक्षाओं अन्तर्गत जारी की गई अपात्र अभ्यर्थियों की सैंपल सूची आयोग की वेबसाइट पर उपलब्घ है।
जसवंत गरासिया की शैक्षणिक योग्यता बीए है। इसके बाद भी इनके द्वारा सहायक निदेशक (विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग) भर्ती-2024 तक में ऑनलाइन आवेदन किया गया है, जबकि इस पद के लिए विज्ञापन अनुसार अनिवार्य शैक्षणिक योग्यता’’ फर्स्ट क्लॉस डिग्री इन नेचुरल ऑर एग्रीकल्चर साइंस अथवा फर्स्ट क्लास मास्टर डिग्री इन इंजीनियरिंग ऑर टेक्नोलॉजी अथवा फर्स्ट क्लास एमएससी/एमटेक (विथ ग्रेजुएट डिग्री इन साइंस एंड इंजीनियरिंग) इन रिमोट सेंसिंग एंड जीआईएस फ्रॉम ए रिकॉग्नाइज्ड यूनिवर्सिटी ऑर इक्विलेंट तथा रिसर्च एंड डेवलपमेंट/इंडस्ट्रियल/एकेडमिक इंस्टीट्यूशन/साइंस एंड टेक्नोलॉजी आर्गेनाइजेशन में 2 वर्ष का स्पेशलाइज्ड अनुभव’’ वांछित है। इनके द्वारा असिस्टेंट टेस्टिंग ऑफिसर, जूनियर केमिस्ट के लिए भी ऑनलाइन आवेदन किया गया है।
एक अन्य आवेदक खैलेन्द्र प्रसाद की शैक्षणिक योग्यता बैचलर ऑफ इंजिनियरिंग है। इसके बावजूद उन्होंने सहायक परीक्षण अधिकारी के पद जिसकी अनिवार्य योग्यता ’’एमएससी इन जियोलॉजी ऑर एमएससी इन केमिस्ट्री तथा 2 इयर्स एक्सपीरियंस इन टेस्टिंग ऑफ सोइल/एग्रीगेट्स इत्यादि इन केस ऑफ -आइदर एमएससी जियोलॉजी और एमएससी केमिस्ट्री’’ है तथा जूनियर केमिस्ट के पद जिसकी अनिवार्य योग्यता’’ एमएससी इन इनऑर्गेनिक केमिस्ट्री ऑर एनालिटिकल केमिस्ट्री तथा 2 इयर्स ऑफ़ एक्सपीरियंस ऑफ वॉटर एंड सिलिकेट एनालिसिस’’ है के लिए अपात्र होते हुए भी आवेदन किया गया है।
आयोग सचिव ने किया फोन तो करने लगे टालमटोल
आयोग सचिव ने वास्तविकता जानने के लिए जब जसवंत गरासिया से आवेदन में दिए फोन नंबर पर संपर्क किया तो अभ्यर्थी ने स्वयं की शैक्षणिक योग्यता बीए ही बताई और ऑनलाइन आवेदन के संबंध में अनभिज्ञता जाहिर करते हुए टालमटोल करने लगा।
ऐसे ही एक अन्य प्रकरण में एक अभ्यर्थी ने मात्र चतुर्थ श्रेणी भर्ती में ऑनलाइन आवेदन किए जाने एवं आयोग में उसके द्वारा किए गए अन्य आवेदनों के संबंध में जानकारी तक नहीं होने का हवाला दिया। हालांकि भर्ती के लिए ऑनलाइन आवेदन आवेदक को स्वयं की एसएसओ आइडी के माध्यम से रिक्रूटमेंट पोर्टल पर जाकर ही करने होते है। आवेदन फाइनल सबमिट करने से पूर्व भी ओटीपी के माध्यम से प्रतिपुष्टि की जाती है।
सावधान! फर्जी दस्तावेज व जालसाजी पडेगी भारी
सावधान रहें! आयोग की भर्ती परीक्षाओं में ऑनलाइन आवेदन के दौरान गलत सूचना देना या फर्जी दस्तावेज प्रस्तुत करना पूर्णतयः अनुचित है। ऐसा करना आवेदकों के लिए भारी पड़ सकता है। पूर्व में भी आयोग द्वारा फर्जी डिग्री व प्रमाण-पत्र प्रस्तुत करने के विभिन्न ऐसे प्रकरणों को पुलिस में दर्ज कराया गया है। इस तरह के मामलों में कठोर सजा व जुर्माने का प्रावधान है। अतः आवेदक भर्ती के लिए निर्दिष्ट योग्यता धारित नहीं करने पर भी ऑनलाइन आवेदन करवाकर फर्जी दस्तावेज बनाने वाले संस्थानों व व्यक्तियों के बहकावे में न आएं।
ऑनलाइन आवेदन के दौरान बरतें सजगता : सचिव आरपीएससी
अभ्यर्थी किसी भी भर्ती के अन्तर्गत आवेदन करने से पूर्व आयोग द्वारा जारी विज्ञापन का ध्यानपूर्वक अवलोकन करें। विज्ञापन में पदों की संख्या, वर्गवार वर्गीकरण एवं वांछित योग्यता तथा अनुभव का स्पष्ट उल्लेख होता है। विज्ञापन जारी किए जाने के बाद ऑनलाइन आवेदन के लिए अभ्यर्थियों को पर्याप्त समय दिया जाता है। आवेदक यह सुनिश्चित होने के बाद कि वह विज्ञापन अनुसार पद की सभी वांछित योग्यता रखता है तभी ऑनलाइन आवेदन करे। यदि संभव हो तो स्वयं ही ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया करें। कम्प्यूटर सेंटर, ई-मित्र के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन करने के दौरान स्वयं भी वहां उपस्थित रहें तथा आवेदन दौरान स्वयं की योग्यता तथा सभी प्रविष्टियों की ध्यानपूर्वक जांच करें।
ऐसा भी देखने में आया है कि ई-मित्र संचालक अनेक नर्ती विज्ञापनों के तहत ऐसे अभ्यर्थियों के आवेदन पत्र भी भर देते हैं, जिनकी अभ्यर्थी योग्यता तक नहीं रखते हैं। अधिकांश अभ्यर्थियों को यह तक ज्ञात नहीं होता है कि वह उक्त पद के लिए योग्यता रखता है अथवा नहीं? अनेक ई-मित्र संचालक अन्यर्थियों को भ्रमित कर अन्य फार्म भरने के लिए प्रेरित करते हैं। ई-मित्र संचालक अभ्यर्थियों को आगे बढ़कर कहते हैं कि अमुक पद का विज्ञापन भी आयोग द्वारा जारी किया गया है, अतः वह फार्म भी भर देता हूं। इससे पद की योग्यता नहीं रखने वाले अभ्यर्थी द्वारा भी आवेदन कर दिये जाने से आवेदकों की संख्या बहुत अधिक हो जाती है एवं ऐसे अभ्यर्थी बाद में परीक्षा में सम्मिलित भी नहीं होते हैं। दूसरी ओर आयोग को प्राप्त आवेदनों की संख्या के आधार पर ही आयोग को परीक्षा संबंधी समस्त व्यवस्थाएं करनी होती है।
भ्रमित कर अनावश्यक फार्म भरने वाले ई-मित्रों के विरूद्ध भी होगी कार्यवाही
अभ्यर्थियों को भ्रमित कर अनावश्यक फार्म भरने वाले ई-मित्रों के विरूद्ध भी राजस्थान लोक सेवा आयोग द्वारा कार्यवाही की जाएगी। यदि कोई ई-मित्र संचालक ऐसा करते हुए पाया जाएगा तो सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग को उसका लाइसेंस निरस्त करने हेतु लिखा जाएगा। ई-मित्र संचालकों को आगाह किया जाता है कि वे किसी भी अभ्यर्थी को भ्रमित कर अनावश्यक फार्म भरने के लिए नहीं उकसाये। साथ ही अभ्यर्थियों को आगाह किया जाता है कि जिस पद के लिए योग्यता रखते हैं, उसी पद हेतु आवेदन करें।
परीक्षा में रहे अनुपस्थित तो वन टाइम रजिस्ट्रेशन होगा ब्लॉक
आवेदकों के समय एवं धन को बचाने के लिए वन टाइम रजिस्ट्रेशन की सुविधा दी गई है। इस सुविधा के बाद ऐसा देखा जा रहा था कि भर्ती परीक्षाओं में बड़ी संख्या में ऐसे अभ्यर्थियों द्वारा भी आवेदन किया जा रहा है, जो उस भर्ती से सम्बन्धित पद की न्यून्तम शैक्षणिक योग्यता/अनुभव धारित नहीं करते है और वे परीक्षा में उपस्थित भी नहीं होते हैं। इससे परीक्षा हेतु बड़ी संख्या में अनावश्यक आवेदन प्राप्त होने एवं अभ्यर्थियों के परीक्षा में अनुपस्थित रहने के कारण भर्ती ऐजेन्सी को परीक्षा आयोजन में अव्यवस्था का सामना करने के साथ ही परीक्षा की व्यवस्थार्थ होने वाला व्यय भी निष्फल होता है।
इस समस्या के निराकरण के लिए 19 अप्रेल 2023 को जारी परिपत्र की निरंतरता यह निर्देश प्राप्त हुए है कि यदि कोई अभ्यर्थी राजस्थान लोक सेवा आयोग अथवा राज्य सरकार की अन्य नर्ती संस्थाओं द्वारा एक वितीय वर्ष (दिनांक 01 अप्रैल से 31 मार्च) में आयोजित 02 भर्ती परीक्षाओं में उपस्थित नहीं होता है तो ऐसे अभ्यर्थी के ऑनलाईन आवेदन करने की सुविधा को प्रतिबंधित कर दिया जाएगा। अभ्यर्थी द्वारा राशि 750/- का भुगतान करने के पश्चात् ही वन टाइम रजिस्ट्रेशन सुविधा को पुनः चालू किया जायेगा।
उसी वित्तीय वर्ष में अभ्यर्थी 2 और परीक्षाओं में अनुपस्थित रहता है तो ऑनलाइन आवेदन करने की सुविधा को पुनः ब्लॉक कर दिया जायेगा। इसे पुनः चालू कराने के लिए अभ्यर्थी को राशि रु 1500/- का भुगतान करना होगा। यदि कोई आवेदक किन्हीं कारणों से किसी परीक्षा में उपस्थित होने का इच्छुक नहीं है तो उसे अनुपस्थित होने पर उक्त देय राशि से तब ही मुक्त किया जायेगा, जब वह परीक्षा आयोजित होने से एक माह पूर्व भर्ती एजेंसी को निर्धारित प्रक्रिया के माध्यम से सूचित करेगा।
राज्य सरकार द्वारा आयोजित समस्त भर्ती परीक्षाओं में वन टाइम रजिस्ट्रेशन के तहत 19 अप्रेल 2023 के परिपत्र अनुसार एकबारीय पंजीयन के लिए निर्धारित शुल्क लिया जाता है। इसके बाद आयोग/बोर्ड व अन्य भर्ती संस्थाओं द्वारा आयोजित विभिन्न परीक्षाओं में आवेदन करने पर अभ्यर्थियों से बार-बार शुल्क नहीं लिया जाता है। राजस्थान लोक सेवा व अन्य भर्ती संस्थाओं की भर्तियों में आवेदन कर परीक्षा में अनुपस्थित रहने वाले अभ्यर्थियों का वन टाइम रजिस्ट्रेशन ब्लॉक कर दिया जाएगा। इस आशय का परिपत्र राज्य सरकार के कार्मिक (क-2) विभाग द्वारा 9 मई 2025 को जारी किया गया था।





