









बीकानेर Abhayindia.com तेरापंथ सभा गंगाशहर द्वारा आज एक विशेष समारोह में समाजसेवी शिवरतन अग्रवाल उर्फ फन्ना बाबू का अभिनन्दन किया गया। यह आयोजन उग्रविहारी तपोमूर्ति मुनिश्री कमल कुमार के सान्निध्य में बोथरा भवन में सम्पन्न हुआ, जहाँ अग्रवाल अपने निकटतम सहयोगी गोहाटी प्रवासी विनोद डागा के साथ मुनिश्री के प्रवचन का लाभ लेने पहुंचे थे।
मुनिश्री कमल कुमार ने अपने प्रेरणादायी उद्बोधन में कहा कि – “जो व्यक्ति नैतिक होता है, वही जीवन में सच्ची उन्नति करता है। जीवन की असली पूंजी धन नहीं, बल्कि बच्चों को दिए गए संस्कार होते हैं।” उन्होंने देश-विदेश की यात्राओं के प्रेरणादायक संस्मरण सुनाते हुए ओ.पी. जिंदल के नैतिक जीवन और अणुव्रत सिद्धांतों पर आधारित उदाहरण भी प्रस्तुत किए।
इस अवसर पर जैन लूणकरण छाजेड़ ने कहा, “शिवरतन अग्रवाल ‘फन्ना बाबू’ ने बीकानेर के नाम को वैश्विक पहचान दिलाई है। वे न केवल बीकानेर की धरोहर हैं, बल्कि तेरापंथ धर्म संघ से उनका गहरा आत्मिक जुड़ाव रहा है।” स्वयं फन्ना बाबू ने अपने उद्गार व्यक्त करते हुए कहा – “जीवन में धर्म का अत्यंत महत्व है। जो भी नैतिकता व संस्कार मैंने अपने माता-पिता और गुरुजनों से पाए, वे ही आज मेरे जीवन का आधार हैं। तेरापंथ सभा द्वारा किये गए इस स्नेहिल सम्मान के लिए मैं हृदय से आभारी हूँ।”
इससे पूर्व सभा के निवर्तमान अध्यक्ष अमरचंद सोनी, मंत्री जतनलाल संचेती, शांतिलाल पुगलिया, राजेंद्र सामसुखा और जैन लूणकरण छाजेड़ द्वारा फन्ना बाबू और विनोद डागा को प्रतीक चिह्न व साहित्य भेंट कर सम्मानित किया गया।





