








जयपुर (अभय इंडिया न्यूज)। गोपालन विभाग द्वारा वर्ष २०१८-१९ में पायलेट प्रोजेक्ट के रूप में जयपुर जिले में १० कामधेनु डेयरी स्थापित करने की महत्वपूर्ण योजना आरम्भ की जा रही है। कामधेनु डेयरी के लिए आवेदन की अंतिम तिथि २५ सितम्बर रखी गई है।
कामधेनु डेयरी स्थापित करने के इच्छुक पशुपालक, गोपालक एवं लघु सीमान्त कृषक जिनके पास डेयरी की आधारभूत संरचना के निर्माण के लिए जगह के अतिरिक्त एक एकड़ स्वयं की जमीन हो, इसके लिए आवेदन कर सकते हैं। कामधेनु योजना में एक ही नस्ल की ३० देशी (गीर, थारपारकर आदि) दुधारू नई गायें क्रय करना आवश्यक है। आवेदक को पशुपालन या डेयरी का तीन से पांच वर्ष का अनुभव होना जरूरी है। आवेदक के पास ५० रुपये प्रति लीटर दुग्ध विक्रय करने की क्षमता होनी चाहिए। योजना में महिलाओं को प्राथमिकता दी जायेगी। योजना के विस्तृत दिशा-निर्देश एवं शपथ-पत्र विभाग की वेबसाइट से डाउनलोड किये जा सकते हैं।
गोपालन विभाग के निदेशक विश्राम मीना ने कामधेनु योजना की जानकारी देते हुए बताया कि मुख्यमंत्री द्वारा पशुपालकों की आय वर्ष २०२२ तक दुगुनी किये जाने की घोषणा के सन्दर्भ में विभाग ने यह महत्वपूर्ण योजना आरम्भ की है। उन्होंने बताया कि कामधेनु योजना पायलेट प्रोजेक्ट के रूप अभी जयपुर जिले में आरम्भ की जा रही है। योजना के तहत कामधेनु डेयरी स्थापित करने के लिए आधारभूत संरचना, उपकरण आदि के लिए १०:६०:३० के अनुपात में १० प्रतिशत राशि लाभार्थी से, ६० प्रतिशत राशि बैंक ऋण एवं ३० प्रतिशत राशि केन्द्रीय राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के अन्तर्गत सब्सिडी के रूप में होगी।





