बीकानेर Abhayindia.com उत्तरी राजस्थान सहकारी दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ लिमिटेड, बीकानेर (उरमूल डेयरी) द्वारा दूध का दूध-पानी का पानी अभियान के तहत सर्वोदय बस्ती मुख्य सड़क स्थित सरस बूथ संख्या-1286 पर शिविर आयोजित कर स्थानीय उपभोक्ताओं द्वारा लाए गए दूध के सैम्पल्स की निःशुल्क जांच करने पर फैल हुए सैम्पल्स में पानी सहित विभिन्न प्रकार की अत्यधिक मिलावट पाई गई।
अभियान प्रभारी शुभम गुलाटीने बताया कि कुल 11 सैम्पल आए, जिसमें से 09 सैम्पल फेल और केवल 02 सैम्पल पास हुए। उपभोक्ताओं से आग्रह है गर्म किया हुआ दूध नहीं लाएं, ताजा और ठंडे दूध में से मात्र 25 मिली ही सैम्पल लाए।
उरमूल डेयरी की एक टीम जिसमें उमेश पुरोहित, हनुमान सियाग, मनीष रंगा, आदित्य ओझा आदि ने आस पास के घरों में जांच शिविर लगने के पूर्व डोर टू डोर सम्पर्क उरमूल डेयरी के ऊँटनी के दूध और टोन्ड दूध के 200 मिलीलीटर के पाउच निःशुल्क वितरित किए। साथ ही ऊँटनी के दूध व टोन्ड दूध के फायदे बताए। साथ ही पैम्पलेट वितरण कर उपभोक्ताओं को जागरूक किया है।
उरमूल डेयरी के प्रबन्ध निदेशक बाबूलाल बिश्नोई ने बताया कि अधिकतर दूध बेचने वाले कृत्रिम, मिलावटी दूध एवं प्लास्टिक की केन में दूध लेकर आते हैं, जो कि स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक होती है। समय अन्तराल में उसके दुष्परिणाम सामने आते हैं।
उरमूल डेयरी नकली और मिलावटी दूध की निःशुल्क जांच के लिए सम्पूर्ण जिले में आगामी 17 फरवरी अभियान को जारी रखेगी। आम उपभोक्ता घर से निकल कर निःशुल्क जांच करवाए और स्वास्थ्य के प्रति सजग रहें।
उरमूल डेयरी की ओर से सरस दूध का सैम्पल टेस्ट करवाने वाले उपभोक्ता को नए साल का कलेण्डर और 200 मिली का दूध का पाउच गिफ्ट के तौर पर दिया जाता है। अगला शिविर मंगलवार को लालगढ़ रेलवे स्टेशन के सामने-रामपुरा में बूथ संख्या-12 पर लगेगा।
आज के अभियान पर स्थानीय उपभोक्ताओं रज़िया बेगम, आबिदा, ओमप्रकाश, रोहित शर्मा, वकार अहमद, गोपाल मेघवाल, यूनुस आदि ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि उरमूल डेयरी का यह जांच अभियान प्रशंसा योग्य है। उन्होंने बताया कि डेयरी बूथ पर डेयरी उत्पादों की तस्वीर के साथ उनकी दर या भाव और मात्रा अंकित किया हुआ फ्लेक्स या होर्डिंग लगा होना चाहिए, जिससे आम आदमी को कुछ पूछने की जरूरत नहीं पड़े। सरस दूध की होम डिलीवरी सुविधा उपलब्ध करवाई जाने की मांग की।