बीकानेर Abhayindia.com जोधपुर में सहायक कलक्टर के रूप में पदस्थ प्रियंका बिश्नोई की अहमदाबाद में इलाज के दौरान मौत हो गई। इससे पहले प्रियंका को पेट दर्द की शिकायत पर जोधपुर के वसुंधरा हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। जहां इलाज के दौरान ही प्रियंका की हालत लगातार बिगड़ने पर उनके परिजन उन्हें इलाज के लिए अहमदाबाद ले गए थे। जहां बुधवार रात उनकी मौत हो गई। 2016 के बैच की आरएएस अधिकारी सहायक कलक्टर प्रियंका बिश्नोई मूल रूप से बीकानेर के गंगाशहर नोखा रोड की रहने वाली थी।
प्रियंका के परिजनों ने इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए कलक्टर को शिकायत दी थी। इस पर जोधपुर कलक्टर गौरव अग्रवाल ने मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल को वरिष्ठ चिकित्सकों की कमेटी गठित करने तथा जांच करवाने के आदेश दिए थे। विश्नोई समाज की होनहार बेटी प्रियंका बिश्नोई की मौत की खबर सामने आते ही जोधपुर में माहौल गरमाने लगा है। आपको बता दें कि बीते दिनों उनके इलाज में जोधपुर के वसुंधरा हॉस्पिटल के डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगा था।
प्रियंका के परिजनों ने आरोप लगाया कि ऑपरेशन के दौरान प्रियंका को ज्यादा एनेस्थीसिया (बेहोश करने वाली दवा) दे दी गई थी, जिसके बाद प्रियंका कोमा में चली गई थी। बाद में वह ब्रेनडेड की शिकार हो गई थी। जिसके चलते परिजन उसे अहमदाबाद में इलाज के लिए ले गए थे।