Saturday, May 18, 2024
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हनुमान जन्मोत्सव पर विशेष : जानें- पूजन का शुभ मुहूर्त व अन्‍य विशेष बातें…

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चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को हनुमान जयंती बड़े ही धार्मिक भाव के साथ मनाई जाती है। साथ ही ऐसी मान्यता है कि बजरंगबली आज भी धरती पर सशरीर मौजूद हैं और सात चिरंजीव में से वे एक है। वह आज भी सभी के संकटों का निवारण करते हैं इसलिए उन्हें संकटमोचन के नाम से भी जाना जाता है।

पंचांग के अनुसार, चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि 23 अप्रैल को सुबह 3 बजकर 26 मिनट से शुरू होगी और 24 अप्रैल को सुबह 5 बजकर 18 मिनट पर समाप्त होगी। इसलिए इस साल हनुमान जयंती 23 अप्रैल 2024 दिन मंगलवार को मनाई जाएगी। हनुमानजी की पूजा के लिए शुभ मुहूर्त 23 अप्रैल को सुबह 9 बजकर 3 मिनट से 10 बजकर 41 मिनट तक रहेगा। ब्रह्म मुहूर्त 23 अप्रैल को सुबह 4 बजकर 20 मिनट से 05 बजकर 04 मिनट तक रहेगा। इस मुहूर्त में स्नान करना बहुत ही शुभ माना जाता है। हनुमान जयंती के दिन अभिजीत मुहूर्त सुबह 12 बजकर 10 मिनट से दोपहर 1 बजकर 05 मिनट तक रहेगा।

बजरंगबली की पूजा में विशेष बातें

* हिंदू धर्म में किसी भी देवी-देवता की पूजा भोग के बिना अधूरी मानी जाती है। ऐसे में हनुमान जयंती के दिन हनुमानजी की पूजा में उनका प्रिय भोग यानि बूंदी, मोतीचूर का लड्डू, चूरमा, गुड़-चना आदि शामिल करें।

* सिंदूर और लाल वस्त्रों का प्रयोग करें सुगंधित पुष्प माला का प्रयोग करें हो सके तो लाल रंग के पुष्प का प्रयोग करें।

* हनुमान जयंती की पूजा करने वाले साधक को तामसिक चीजों का प्रयोग नहीं करें और उसे पूरे दिन ब्रह्मचर्य का पालन करते हुए इस व्रत को पूरा करना चाहिए। हनुमानजी की पूजा करते समय अपना ध्यान इधर-उधर की चीजों में नहीं भटकाएं। इसके लिए पूजा करने से पहले सभी पूजन सामग्री अपने पास में रख लें। जरूरत पड़ने पर पूजा में सभी चीजों के उपयोग किया जा सके।

विशेष मान्यता

* हिंदू मान्यता के अनुसार, कलयुग में राम भक्त हनुमानजी की साधना सभी सुखों को दिलाने और मनोकामनाओं को पूरा करने वाली मानी गई है। हर युग में पृथ्वी पर मौजूद रहने वाले हनुमानजी की साधना के पुण्य फल से व्यक्ति के जीवन से जुड़ा बड़ा से बड़ा कष्ट पलक झपकते ही दूर हो जाते हैं। इसके अलावा आपको जीवन में आने वाले संकटों से मुक्ति मिलती है और घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है। -मोहित बिस्सा, ज्योतिषाचार्य

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