जयपुर Abhayindia.com अतिरिक्त मुख्य सचिव माइंस, पेट्रोलियम एवं उद्योग वीनू गुप्ता ने बताया है कि नागौर जिले के खींवसर तहसील में लाईमस्टोन के 163.77 मिलियन टन के नए डिपोजिट्स मिले हैं। उन्होंने बताया कि इससे पहले नागौर के ही नागौर और डेह तहसील में हरीमा, खेतोला, पीथासिया, सरासनी, सोमणा और खेतोलाव आदि में 335 लाख मिलियन टन लाइमस्टोन के भण्डार मिले हैं जिनके 21 ब्लॉकों की नीलामी जारी है।
खान एवं गोपालन मंत्री प्रमोद जैन भाया ने नागौर के खींवसर में अच्छी गुणवत्ता के लाइमस्टोन के नए विपुल भण्डार मिलने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में प्रदेश में माइनिंग मिनरल्स के योजनावद्ध एक्सप्लोरेशन व ब्लॉक तैयार कर ऑक्शन के सकारात्मक परिणाम प्राप्त होने लगे हैं। उन्होंने बताया कि आज प्रदेश के माइनिंग सेक्टर द्वारा एक्सप्लोरेशन से लेकर ऑक्शन खनन और राजस्व तक बेहतर परिणाम दिए जा रहे हैं।
एसीएस माइंस वीनू गुप्ता ने बताया कि आरएसएमईटी द्वारा इस क्षेत्र में ऑक्शन के लिए 51 ब्लॉक तैयार कर लिए गए हैं। राज्य सरकार द्वारा इसके लिए आवश्यक नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया है। इससे प्रदेश में सीमेंट उद्योग को बूम मिलने के साथ ही उद्योग, रोजगार और राजस्व को पर लगेंगे।
निदेशक माइंस संदेश नायक ने बताया कि नागौर जिले में लाइमस्टोन के विपुल भण्डार मिलने से विभाग उत्साहित है। उन्होंने बताया कि नागौर की खींवसर तहसील के हरिपुरा, जोरावरपुरा, खोड़वा में लाइमस्टोन के 51 ब्लॉक्स तैयार किए गए हैं। इनमें से एक ब्लॉक 112.88 हैक्टेयर का एवं 50 ब्लॉक 4 से 9 हैक्टेयर के तैयार किए गए हैं। उन्होंने बताया कि छोटे ब्लॉक बनाने से स्थानीय व छोटे प्रतिभागी भी ऑक्शन में हिस्सा लेकर खनन उद्योग में आगे आ सकेंगे।
डीएमजी नायक ने बताया कि एक मोटे अनुमान के अनुसार 365.27 हैक्टेयर क्षेत्र के इन ब्लॉकों में 163.77 मिलियन टन लाइम स्टोन डिपोजिट का आंकलन किया गया है। विभाग द्वारा ई-नीलामी के लिए आवश्य तैयारियां शीघ्र पूरी की जा रही हैं।
आरएसएमईटी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एडीजी एनपी सिंह ने बताया कि आरएसएमईटी द्वारा प्राथमिकता से ब्लॉक तैयार कर लिए गए हैं और जल्दी ही ऑक्शन की प्रक्रिया आरंभ हो सकेगी।