Tuesday, April 29, 2025
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जम्‍मू कश्‍मीर के 48 पर्यटक स्‍थलों को अस्‍थायी रूप से किया बंद, अर्थव्यवस्था पर पड़ेगा गंभीर असर

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जम्‍मू Abhayindia.com जम्मू-कश्मीर सरकार ने पहलगाम में पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले के बाद घाटी में सुरक्षा के मद्देनजर बड़ा कदम उठाया है। सरकार ने सुरक्षा एजेंसियों की सिफारिश पर करीब 48 रिसॉर्ट और कई प्रमुख पर्यटक स्थलों को अस्थायी रूप से बंद कर दिया है।

आपको बता दें कि बंद किए गए रिसॉर्ट्स और पर्यटक स्थल दूधपात्री, वेरीनाग, गुलमर्ग, सोनमर्ग और डल झील जैसे लोकप्रिय नामों को भी शामिल करते हैं, जो आम तौर पर हजारों पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। घाटी की खूबसूरत वादियां, बर्फ से ढके पहाड़ और शांत झीलें पर्यटकों के बीच खासा आकर्षण रखती हैं। लेकिन, फिलहाल सरकार ने इन जगहों पर पर्यटकों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए अस्थायी प्रतिबंध लगाए हैं।

इस निर्णय का कश्मीर की अर्थव्यवस्था पर गंभीर असर पड़ सकता है। पर्यटन उद्योग, जो कोरोना महामारी और अनुच्छेद 370 हटने के बाद धीरे-धीरे पटरी पर लौट रहा था, एक बार फिर संकट में है। स्थानीय लोगों, होटल व्यवसायियों और व्यापारियों की आमदनी पर भी इसका सीधा प्रभाव पड़ेगा। साथ ही, यह फैसला संभावित निवेशकों और पर्यटन को लेकर भरोसे को भी कमजोर कर सकता है।

सूत्रों के अनुसार, सुरक्षा एजेंसियों को इनपुट मिले थे कि घाटी में छिपे हुए आतंकी स्लीपर सेल एक और बड़े हमले की योजना बना रहे हैं। बताया जा रहा है कि आतंकी संगठन टीआरटी (The Resistance Front) सुरक्षा बलों की कार्रवाई का बदला लेने के लिए नए निशाने तलाश रहा है। ऐसे में संवेदनशील इलाकों में आतंकी गतिविधियों की आशंका को देखते हुए कश्मीर के 87 में से 48 पर्यटक स्थलों को बंद कर दिया गया है।

सरकार ने इन इलाकों में विशेष पुलिस बलों और एंटी-फिदायीन दस्तों की तैनाती भी कर दी है ताकि किसी भी अनहोनी से बचा जा सके। डल झील, गुलमर्ग और सोनमर्ग जैसे स्थानों पर सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद किया गया है। सरकार ने यह स्पष्ट किया है कि यह कदम अस्थायी है और हालात सामान्य होते ही इन स्थानों को फिर से खोला जाएगा। फिलहाल, पर्यटकों और आम नागरिकों से सहयोग की अपील की गई है।

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