जयपुर (अभय इंडिया न्यूज)। विधानसभा चुनावों में हार का स्वागत चख चुकीे भारतीय जनता पार्टी शनिवार और रविवार को हार के कारणों पर मंथन करेगी। पार्टी सूत्रों ने बताया कि संगठन स्तर पर जिलों में पार्टी के विधायक, सांसद, पूर्व सांसद और पदाधिकारी हार के कारणों पर आत्मचिंतन करेंगे। इसके बाद लोकसभा चुनाव में जीत की तैयारी के लिए जुटेंगे।
आपको बता दें कि राजस्थान में भाजपा के 73 विधायक आए हैं। हालांकि सत्तापक्ष से मुकाबले के लिए यह संख्या कम नहीं है, लेकिन पार्टी को विधानसभा चुनाव की हार आने वाले लोकसभा चुनाव पर भी भारी पड़ती नजर आ रही है। चुनाव हारने के करीब डेढ़ सप्ताह बाद पार्टी के नेता हालांकि अब पार्टी कार्यालय में नजर आने लगे हैं। इनके चेहरों पर मायूसी भी थोड़ी कम हुई है।
बहरहाल, पार्टी अपने कार्यकर्ताओं को यह समझाने में लगी है कि कांग्रेस के विजयी रथ को रोकने के लिए उसके उन्हें जमकर मेहनत करनी होगी, क्योंकि राजस्थान का ट्रेंड ही ऐसा है जो पार्टी विधानसभा चुनाव जीतती है उसे लोकसभा चुनाव में हमेशा बढ़त मिलती है। इसे देखते हुए भाजपा को इस बार जमकर पसीना बहाना पड़ेगा तभी जाकर वह कांग्रेस का मुकाबला कर पाएगी।
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