








बीकानेरAbhayindia.com कोरोना संक्रमण प्रकोप से भयावह हुए माहौल के बीच अब टाइफाइड ने टेंशन बढ़ा दी है। चिकित्सा विशेषज्ञों के अनुसार मौसम में आए बदलाव के कारण वायरल बुखार के साथ-साथ अब टाइफाइड भी पांव पसार रहा है।
इसके मरीजों की संख्या भी बढ़ रही है। निजी लैबों में जांच कराने पहुंच रहे मरीजों में सबसे ज्यादा टाइफाइड के मरीज सामने आ रहे हैं। निजी लैबों पर यदि प्रत्येक दिन सौ जांचें हो रही हैं तो उनमें 25 लोग टाइफाइड से पीडि़त निकल रहे हैं।
पीबीएम अस्पताल सहित निजी नर्सिंगहोम पर भी बड़ी संख्या में टाइफाइड के मरीज पहुंच रहे हैं। टाइफाइड में तेज बुखार, पेट दर्द संबंध लक्षण दिखने लगते हैं। गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों से बारिश, गर्मी के कारण मौसम में बार-बार बदलाव हो रहा है और इससे मौसमी बीमारियां पैर पसारने लगी हैं।
यह हो सकती है वजह…
चिकित्सों के अनुसार टाइफाइड होने का मुख्य कारण प्रदूषित खाद्य सामग्री खाने और पानी पीने से होता है। इससे बचने के लिए ताजा भोजन करें और स्वच्छ पानी पीए। चिकित्सक तो पानी को उबालकर पीने की सलाह भी देते हैं। साथ ही भोजन करने से पहले हाथों को अच्छी तरह से धोएं।
घट जाती है रोग प्रतिरोधक क्षमता
चिकित्सकों के अनुसार जो लोग पूर्व से गंभीर बीमारी से ग्रसित है या फिर वर्तमान में टाइफाइड जैसी बीमारी है तो ऐसे लोग कोरोना की चपेट में आ सकते हैं। क्योंकि ऐसे लोगों की रोग प्रतिरोध क्षमता घट जाती है और पॉजिटिव के संपर्क में आने पर वह संक्रमित हो जाते हैं। टाइफाइड के लक्षण होने पर लोगों को गंभीरता के साथ तत्काल चिकित्सक से परामर्श लेना बहुत जरूरी है।
क्या कहते है जिम्मेवार…
सीएमएचओं डॉ.बीएल मीणा के अनुसार टाइफाइड के मरीज लगातार बढ़ रहे हैं, सिविल अस्पताल सहित निजी लैबों से यह पुष्टि हो रही है। बारिश में दूषित पानी पीने से टाइफाइड होने लगता है।





