वाराणसी के EVM प्रकरण में मंगलवार की शाम से बुधवार तड़के तीन बजे तक चलले हंगामे में समाजवादी पार्टी के तीन सौ कार्यकर्ताओं के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया गया है। ये कार्रवाई वाराणसी जोन के एडीजी के सरकारी वाहन के चालक हेड कांस्टेबल लालता प्रसाद यादव की तहरीर पर हुई है। मुकदमा पांडेयपुर थाने में दर्ज कराया गया है। साथ ही वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस सीसीटीवी फुटेज के मार्फत बवाल करने वालों को चिन्हित करने में जुट गई है।
इसी मामले में एक अन्य मुकदमा खजुरी पांडेयपुर निवासी अभिजीत सिंह की तहरीर के आधार पर अज्ञात के खिलाफ दर्ज किया गया है। सिंह का आरोप है कि वह पहड़िया मंडी के सामने से गुजर रहे थे तभी हुए पथराव में उनका वाहन क्षतिग्रस्त हो गया।
इस बीच, पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार सरकारी वाहन के चालक हेड कांस्टेबल लालता प्रसाद यादव ने उच्चाधिकारियों को बताया कि भीड़ में शामिल लोग अभद्र भाषा का इस्तेमाल कर रहे थे। इतना ही नहीं वो कह रहे थे कि इतना मारो कि मर जाए, जिंदा बचकर न जाने पाए…। उसने बताया कि पथराव में हमारे सिर, कान और जबड़े पर इतनी चोट लगी कि मैं अचेत हो गया। साथ ही मेरे साथ मौके पर मौजूद गनर श्याम दुलारे सिंह भी घायल हो गया।
एडीजी जोन के चालक लालता प्रसाद यादव का कहना है कि पहड़िया मंडी में ईवीएम बदलने की अफवाह को लेकर मंगलवार को समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता प्रदर्शन कर रहे थे। देर रात करीब 11:45 बजे गाड़ी लेकर पहड़िया मंडी में जाने के दौरान गेट नंबर– 2 के पास ढाई सौ से तीन सौ लोगों ने रोक गाड़ी रोक दी। भीड़ में शामिल लोग गाड़ी पर ईंट–पत्थर फेंकने लगे जिससे गाड़ी के शीशे टूट गए। इतना ही नहीं कुछ लोग गाड़ी में लगा वायरलेस एंटीना तोड़ कर भाग निकले।
चालक लालता प्रसाद ने बताया कि हंगामे के दौरान अराजकतत्वों ने रास्ते में आने–जाने वाले वाहनों के साथ ही सरकारी संपत्ति को भी नुकसान पहुंचा रहे थे। अराजकतत्वों ने सरकारी काम में बाधा भी पैदा की। यादव ने कहा कि घटना से संबंधित वीडियो फुटेज भी है जिसे आवश्यकता पड़ने पर साक्ष्य के तौर पर प्रस्तुत कर सकता हूं।
उधर, लालपुर पांडेयपुर थाना प्रभारी सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर तफ्तीश शुरू कर दी गई है, जो भी आरोपी चिन्हित होंगे उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
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