बीकानेर abhayindia.com बीकानेर में वर्तमान में शिक्षा को जो स्तर चल रहा है उसमें सिर्फ शिक्षित बेरोजगारी बढ रही है, क्योंकि स्कूलों और कॉलेजों में केवल किताबी शिक्षा तो दी जाती है, लेकिन उस शिक्षा के आधार पर रोजगार पाने की संभावना बहुत ही कम रह जाती है।
इस मसले पर बीकानेर के शिक्षाविद् डॉ. महेश सारण से बातचीत की गई। डॉ. सारण ने बताया कि उन्होंने जिस विजन के साथ मिशन इंस्टीटयूट की स्थापना की है उससे पूरा विश्वास है कि हम ऐसी शिक्षित बेरोजगारी को काफी हद तक समाप्त कर पाएंगे।
डॉ. सारण ने बताया कि मिशन इंस्टीटयूट की मुरलीधर व्यास कॉलोनी स्थित शाखा बीकानेर पश्चिम का पहला ऐसा पहला इंस्टीटयूट है जो 11वीं और 12वीं (आर्टस और कॉमर्स) के साथ ही विध्यार्थियों को सरकारी सेवा की तैयारी कराना प्रारम्भ कर चुका है। जहां पिछले 3 माह से कॉमर्स में लगभग 50 से अधिक विध्यार्थियों को जी. एस. टी. और टैली का कोर्स स्कूल और कॉलेज शिक्षा के साथ कराकर बीकानेर में अनेक स्थानों पर रोजगार उपलब्ध कराया जा चुका है। वहीं आर्टस के विध्यार्थियों को भी सामान्य ज्ञान और अन्य विषयों का अध्ययन स्कूल शिक्षा के साथ कराया जा रहा है जिससे कि वो सिविल सेवा जैसी परीक्षा के लिए तैयार हो रहे हैं।