नई दिल्ली abhayindia.com ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस से नाता तोड़कर भाजपा में शामिल होने के साथ ही सियासी हलकों में यह चर्चा जोर पकड़ रही है कि आखिरकार उन्हें यहां तक लाने में मुख्य भूमिका किसने निभाई? सब यह जानना चाहते है कि वह कौन शख्स है, जिसने सिंधिया को 18 साल का कांग्रेस का साथ छोड़ने के लिए तैयार कर लिया?
आपको बता दें कि अंग्रेजी वेबसाइट ‘आउटलुक’ की एक रिपोर्ट के अनुसार, मध्यप्रदेश में मचे सियासी उथल-पुथल के पीछे भाजपा के प्रवक्ता जफर इस्लाम की भूमिका सबसे खास रही है।
जफर इस्लाम मीडिया के लिए भाजपा का जाना-पहचाना चेहरा हैं। वे टीवी चैनलों पर अक्सर डिबेट में भाजपा का बचाव करते नजर आते हैं। जफर राजनीति में एंट्री से पहले एक विदेशी बैंक में नौकरी करते थे और लाखों की सैलरी पाते थे। बाद में जफर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से प्रभावित होकर भाजपा में आ गए।
बताया यह भी जा रहा है कि स्वभाव से मृदुभाषी और शालीन व्यक्तित्व के धनी जफर इस्लाम के पीएम मोदी के साथ काफी अच्छे रिश्ते हैं। इसी के चलते भाजपा ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को पार्टी में लाने के लिए उन्हें ही बागडोर सौंपी।
वेबसाइट ‘आउटलुक’ ने सूत्रों के हवाले से लिखा है कि जफर इस्लाम और ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीच पिछले पांच महीने में कई बार मुलाकातें हुई। जफर ने हर मीटिंग के मिनिट्स भी भाजपा आलाकमान से शेयर किए थे। मुलाकातों के नतीजों के गहन अध्ययन के बाद ही भाजपा ने मध्यप्रदेश में ‘ऑपरेशन लोटस’ किया था।
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