







बीकानेर abhayindia.com बीजेएस रामपुरिया जैन विधि महाविद्यालय में रासेयो की दोनों इकाईयों के द्वारा व्यक्तित्व विकास व्याख्याानमाला के क्रम में आज ‘‘व्यक्तित्व विकास एवं आत्मविश्वास‘‘ विषय पर मोटिवेशनल व्याख्यान का आयोजन किया गया।
इसमें मुख्य वक्ता महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय के पूर्व कुलसचिव एवं भारतीय प्रशासनिक सेवा के पूर्व वरिष्ठ अधिकारी एवं मोटिवेशनल स्पीकर मनोज शर्मा ने कहा, विद्यार्थी जीवन में प्रत्येक युवा को आत्मविश्वास और लगन के साथ मेहनत करके अपने लक्ष्य की ओर आगे बढना चाहिए तथा प्रत्येक विद्यार्थी को अकादमिक परीक्षा, प्रतियोगी परीक्षा के साथ ही व्यक्तित्व विकास पर भी कार्य करना चाहिए।
शर्मा ने अपने उद्बोधन में अपने सार्वजनिक, प्रशासनिक जीवन में घटित विभिन्न प्रसंगों के द्वारा विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि व्यक्ति को अपने लक्ष्य की पूर्ति के लिए शत प्रतिशत प्रयास अनिवार्य है। उन्होंने अपने प्रशासनिक अनुभव विद्यार्थियों के साथ साझा करते हुए कहा कि प्रत्येक विद्यार्थी को हताशा को अपने जीवन में प्रवेष नहीं करने देना चाहिए और हताषा को आनन्द के रूप में लेकर आगे बढना चाहिए।
उन्होंने विद्यार्थियों को कहा कि आत्मविश्वास सदैव मेहनत से आता है और असफलता के भय को दिल और दिमाग से निकालकर गलतियों से सबक लेते हुए जीवन पथ पर आगे बढना चाहिए और इस प्रकार आगे बढने वाले व्यक्ति का व्यक्तित्व हमेशा दूसरो से उसको अलग करेगा। उन्होंने युवाओं को प्रेरित किया कि वे उचित मांग करेंं क्योंकि मांग करने पर ना हो सकती है लेकिन, हां कि संभावना बनी रहती है। उन्होंने स्वयंसेवकोंं से आहवान किया कि किसी लक्ष्य को हासिल करने के लिये अपने सबसे पंसदीदा चीजों का परित्याग कर उस लक्ष्य को हासिल करना चाहिए।
शर्मा ने कहा कि कोई भी कार्य कभी छोटा नहीं होता और प्रत्येक मनुष्य ईश्वर की सर्वश्रेष्ठ कृति है और उसे अपने भीतर की चेतना को जागृत करते हुए अपना सर्वश्रेष्ठ देने का प्रयास करना चाहिए। सेमिनार के दौरान उन्होंने विद्यार्थियों की विभिन्न जिज्ञासाओं को भी शांत किया।
इस अवसर पर मिसेज इण्डिया वर्ल्ड की फाइनलिस्ट मानसी दाधीच ने भी अपने व्यक्तिगत प्रसंगोंं से स्वयेसेवकोंं को व्यक्तित्व विकास में व्यवहार सोच व नैतिकता की सीख दी। उन्होंने डिजिटल इंटेलीजेंसी एवं विभिन्न उपयोगी मोबाइल एप्लीकेशन के बारे में जानकारी दी।
महाविद्यालय के प्राचार्य डाॅ. अनन्त जोशी ने कुलसचिव मनोज शर्मा एवं मानसी दाधीच का संक्षिप्त परिचय दिया और विद्यार्थियों को कहा कि मेहनत का कोई विकल्प नहीं होता इसलिए विद्यार्थी को ईमानदारी से मेहनत करनी चाहिए तथा साथ ही सच्चे दिल से ईश्वर को मनाना चाहिए क्योंकि मेहनत भाग्य और ईश्वर मिलकर सफलता की ओर प्रत्येक व्यक्ति को अग्रसर करते है।
महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय के उपकुलसचिव डाॅ. बिठ्ठल बिस्सा ने सेमिनार का विषय प्रवर्तन करते हुए व्यक्तित्व विकास विभिन्न आयोमों पर चर्चा की। उन्होंने इस अवसर पर मनोज शर्मा एवं मानसी दाधीच के व्यक्तित्व व कृतित्व से भी युवाओं को प्रेरित किया।
कार्यक्रम में महाविद्यालय के व्याख्याता सुरेश भाटीया, डाॅ. बालमुकुन्द व्यास, डाॅ. शराफत अली, डाॅ राकेश धवन, डाॅ प्रीति कोचर, श्यामनारायण रंगा, ईशान नारायण पुरोहित, विजय प्रकाश मारू, रविन्द्र सिंह, बृजनारायण बिस्सा, श्रीकांत सेवग, कमलेश ओझा, विमल मारू, रोबिन आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन महाविद्यालय के व्याख्याता डाॅ. रीतेश व्यास ने किया।



