नोखा/बीकानेर (अभय इंडिया न्यूज)। जिले के नोखा विधानसभा क्षेत्र में पूर्व संसदीय सचिव कन्हैयालाल झंवर के नेतृत्व वाले विकास मंच के बढ़ते जनाधार और सियासी दबदबे से भाजपा और कांग्रेस के रणनीतिकारों की नींदें उडऩी शुरू हो गई है। सियासी उठापटक के बीच दशकभर पहले अस्तित्व में आए विकास मंच के साथ दमदार चेहरों के जुड़ाव से नोखा में भाजपा-कांग्रेस का सियासी गणित भी गड़बड़ाता दिख रहा है।
आगामी विधानसभा चुनावों के लिहाज से विकास मंच का बढ़ता दबदबा कांग्रेस के लिये खतरे का संकेत है, क्योंकि नोखा विधानसभा क्षेत्र को कांग्रेस के दिग्गज रामेश्वर डूडी का गढ़ माना जाता है। पिछले विधानसभा चुनावों में भी इस सीट पर विकास मंच के प्रत्याशी रहे पूर्व संसदीय सचिव कन्हैयालाल झंवर के सामने भाजपा-कांग्रेस को अपनी समूची ताकत झोंकनी पड़ गई थी। अभी हाल में विकास मंच के साथ जुड़ रहे नये दमदार चेहरों को सियासी तौर पर विकास मंच के लिऐ बड़ी उपलब्धि और कांग्रेस-भाजपा के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है।
जानकारी में रहे चुनावी माहौल में शुरू हुए उलटफेर के दौर में शुक्रवार को नोखा में पूर्व संसदीय सचिव कन्हैयालाल झंवर, नगर पालिका अध्यक्ष नारायण झंवर, पूर्व पालिका अध्यक्ष सीताराम पंचारिया की मौजूदगी में हुए कार्यक्रम में नोखा के कई दिग्गज चेहरों ने विकास मंच की सदस्यता ग्रहण कर ली। इनमें वार्ड पार्षद ओमप्रकाश देहडू, सुखराम भादू, जगदीश मांझू, भगवाना राम भादू, सामाजिक कार्यकर्ता चंद्रप्रकाश विश्रोई, भाजपा नेता आसुराम सेवग भी शामिल थे। कार्यक्रम में हजारी राम मंडा, देसलसर के नारायण, मोहन चिताना, सवाई सिंह, भूपेन्द्र सिंह, नारायण जोशी, भगवाना राम सुथार समेत अनेक प्रबुद्धजन मौजूद थे।
बता दें कि मजबूत जनाधार के कारण विकास मंच ने 2015 के नोखा नगर पालिका चुनाव में सत्तारुढ़ भाजपा एवं कांग्रेस में प्रतिपक्ष के नेता रामेश्वर डूडी को मात दी। कुल 35 सीटों में से विकास मंच को 19 सीटों के साथ पूर्ण बहुमत मिला। इसके अलावा अभी हाल में हुए नोखा नगर पालिका के वार्ड नंबर 5 के उपचुनावों में विकास मंच की रेखा देवी ने भाजपा-कांग्रेस के साथ त्रिकोणीय मुकाबले में शानदार जीत दर्ज कराई।
हालांकि विकास मंच को पहले ब्राह्मणों और वैश्यों का राजनैतिक मंच माना जाता था, लेकिन अब इसमें हर वर्ग समुदाय के लोग शामिल हो चुके है और यह मंच अब सर्वसमाज का विकास मंच बन चुका है। चुनावी समीकरणों में नोखा शहर के मतदाताओं पर मजबूत पकड़ वाले विकास मंच में अब ग्रामीण प्रतिनिधियों के जुडऩे से इसका सियासी दबदबा ग्रामीण अंचलों में मजबूत होता जा रहा है। इसके कारण भाजपा-कांग्रेस को नोखा विधानसभा सीट पर बिगड़ता समीकरण अभी से नजर आने लगा है।